मौसी की कुंवारी बेटी की होटल में चुदाई

मैंने अपनी मौसी की लड़की की सील पैक और कुंवारी चूत की चुदाई की मजे लिए मैं मौसी के यहां रहकर पढ़ाई कर रहा था उनकी बेटी का ब्यूटी पार्लर का काम किया करते थे |

दोस्तों मैं राजस्थान से हूं आज मैं आपको एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूं।

जिसमें मैंने अपनी मौसी की बेटी की चुदाई की और उसकी सील खोलने का मुझे मौका मिला ।
रवीना अभी-अभी जवान हुई थी.

वो 19 साल की बहुत सुंदर और तीखे नक्श वाली सेक्सी लड़की थी ।

वह दिखने में एकदम दूध से गोरी थी उसकी चूचियों की बात करें तो उसकी चूचियां 32 की कमर 28 की और गांड 34 की रही होगी.

सच में दोस्तों उसे जो भी देखता था उसका लंड खड़ा हो जाता था।

मेरी मौसी गंगानगर में रहती थी मैं पिछले 2 साल से मौसी की यहां रह रहा था।

मैं अपनी बा कर रहा था मुझे रवीना बहुत पसंद थी क्योंकि आपको पता है
कि होता और सेक्सी माल किसको पसंद नहीं है
रवीना और मैं बहुत खुलकर बातें किया करते थे।

एक दिन की बात है वह मेरे कमरे में शॉट पहन के आगे मेरी आंखें खुली की खुली रह गई।

मैं उसको अच्छी तरह से ताड़ कर देखा
शायद उसे भी पता था कि मैं उसके हुस्न को देखकर मर रहा था
इसलिए वह जानबूझकर अपनी जवानी को दिखा रही थी
मैंने उसे घूर कर देखा और वह बोली क्या हुआ भैया।

मैंने अचानक हकला कर कहा- नहीं नहीं कुछ कुछ नहीं बस ऐसे ही देख रहा था।

अब उसने अपने आज के काम की वीडियो बना रखी थी.
वह मुझे दिखा रही थी मैं उसकी गोरी गोरी जांघों को देख रहा था

मैं उसमें बहुत सेक्सी लग रही थी मेरा मन तो कर तो
उसे पकड़ कर चोद दूँ
मेरा लंड कड़क हो रहा था
मैंने भी कैपरी पहन रखी थी बड़ी मुश्किल से
मैंने उसके नजरों से चुराते हुए अपने लंड को अंडरवियर में सेट किया.
अब मेरी सब्र का बांध टूट रहा था
और वह मेरे सामने शॉर्ट्स पहन कर बैठी थी।

फिर एक दिन मैंने हिम्मत की ओर से प्रपोज कर दिया मैंने उससे कहा- आई लव यू.

वह सुनकर भाग गई।

मैं डर गया की यार
मैंने यह हवस के चक्कर में क्या गड़बड़ कर दी उसके बाद वह दो दिन मेरे कमरे में नहीं आई
हालांकि मौसी ने कुछ नहीं कहा था
मैं समझ गया था कि मामला ठीक है अभी भी पर मैं उदास था।

तीसरे दिन मेरे पास आई बोली भैया मुझे शॉपिंग करनी है तो आप मेरे साथ चलो मार्केट.

मैंने उसकी तरफ देखा और कुछ कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

मैंने कहा- ठीक है चलो चलते हैं।

मैं रवीना को कहा- कि चलो कुछ देर पार्क में घूमते हैं.
उसने हां कह दिया
हम दोनों गार्डन में बैठे गए और हम आखिरी छोर पर एक पेड़ के नीचे जाकर खड़े हो गए।

वहां पास में कपल रोमांस कर रहा था.
लड़का लड़की की चुचे दबा रहा था
उसे चूम रहा था रवीना उन दोनों को गौर से देख रही थी अचानक हमारी एक दूसरे से नजर मिली और रवीना मुझे देखकर शर्मा गई।

मैं इस समय रवीना को पकड़ा और उसे माथे को चूम लिया और उसको पकड़ कर खुद से चिपका लिया.

रवीना ने कुछ नहीं कहा और मैं समझ गया की लोहा गरम है अब चोट मार देनी चाहिए।

मैं रवीना को बोला मेरी जान मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं बस एक मौका दो.

मुझे रवीना ने कुछ जवाब नहीं दिया।

मैंने उसके गाल पर एक किस किया
मुझसे अलग होकर बोली- चलो भैया मार्केट चलते हैं।

मैंने कहा- ठीक है, मैं उसे मार्केट ले गया।

हम दोनों ने शॉपिंग की रवीना ने अपना शॉपिंग बैग अपने कमरे में रख दिया और लेट गई बोली भैया मैं बहुत थक गई हूं ।

मैं अचानक से पछ लिया रवीना तेरा बॉयफ्रेंड है कोई क्या?

उसने कहा- नहीं भाई ऐसी कोई बात नहीं है।

मैंने कहा- तो मुझे अपना बॉयफ्रेंड बना ले यार!

मैं तुझे बहुत खुश रखूंगा।

उसने कुछ नहीं कहा, वह मेरे रूम में लेट गई मैं उसके साथ पास लेट गया और उसके गाल को चूम लिया.

अब कुछ देर वह रुकी और उठकर जाने लगी है मैंने उसके हाथ को पकड़ा और पूछा।

मैंने कहा- प्लीज कुछ जवाब दो मैं तुम्हारे जवाब को सुनना चाहता हूं।

वो कुछ नहीं बोली बस मेरी तरफ देखने लगी।

अचानक बोली- भैया आप मेरे साथ जयपुर चलोगे।

मैं कुछ समझा नहीं पर मैंने हां कह दिया।

मैं सोचा शायद यह जयपुर में जाकर मुझे कुछ बोलेगी.

रवीना ने पिछले साल 12वीं की परीक्षा दी थी अब वह कंपटीशन की तैयारी कर रही थी तो परीक्षा देने के लिए उसका सेंटर जयपुर आया हुआ था।

मैं उसको लेकर जयपुर चला गया.
हमने वह एक दिन पहले ही वहां होटल में कमरा ले लिया
कमरे के अंदर जाकर मैंने सामान रखा
फिर हम दोनों फ्रेश हुए और रवीना बिस्तर पर लेट गई जब मैं नहा कर बाहर आया तो |
मैंने देखा वह मुझे गंदी नजरों से देखने लगी।

रवीना अचानक से उठी और कमरे का दरवाजा बंद किया और मेरे गले लग गई।
मैंने भी उसे पकड़ लिया
उसके बदन की गर्मी को महसूस किया
तो जैसे उसका गर्म बदन मेरे शरीर से टच हुआ तो मेरे अंदर भी हवास छा गई
और मैंने उसको किस किया
जब मैं उसकी आंखों में देखा तो उसकी आंखों से आंसू आ रहे थे।

इतने मैंने उसके होठों पर होंठ रख दिए.

अब हम दोनों एक दूसरे के होठों को खाए जा रहे थे
यानी एक दूसरे को समर्पण कर दिया था
काफी देर तक एक दूसरे को बड़ी बेताबी से किस कर रहे थे
इसी बीच मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर चला गया और मैं उसके बूब्स को मसलने लगा
हमारी हवास अब और भी बढ़ चुकी थी।

अब हम दोनों एकदम नंगे हो गए।
हमें पता ही नहीं चला कब हमने अपने सारे कपड़े उतार दिए
बस मेरी निकर रह गई थी और उसकी पैंटी रह गई थी
रवीना वासना से पूरी भर चुकी थी।

उसकी आवाज़ मुझे गर्म कर रही थी.
रवीना की 32 इंच की दोनों चूचियां मेरे हाथों में थी.
मैंने बड़े प्यार से मसल रहा था और कभी-कभी बीच रवीना बोली चूसोगे नहीं ढंग से चूसो भाई.
मैंने उसे कुछ नहीं कहा और बस अपने मुंह में बड़ी मजे से उसकी चूचियों को चूसने लगा जैसे मैंने वीडियो में देखा था।

अब मैं उसकी चुचियों को मसल और चाटी रहा था
अब रवीना मीठे दर्द से आहें भरने लगी
आःह….याह….मर गई भाई………और जोर से…..
रवीना ने मेरा लंड पकड़ और चड्डी से बाहर निकाल लिया
उसे पकड़ कर मुट्ठी मारने लगी।

वह घुटनों के बल बैठ गई और मेरे लंड को एकदम से मुंह में डाल लिया।

दोस्तों सच्ची में अपनी मौसी की कमसिन लड़की और अपनी बहन से लंड चुस्वाने में बहुत मजा आ रहा था।

वह मेरे टटो को सहला रही थी और मेरे लंड को चूस रही थी.
ऐसा लग रहा था किसी बहुत एक्सपीरियंस है लंड चूसने का
मैंने रवीना को पकड़ा खड़ी की और बेड पर धक्का दे दिया।
उसकी दोनों टांगों को फैलाया और रवीना मेरे लंड को बड़े प्यार से देख रही थी।

अब मेरा लंड भी उसकी सील पैक चूत को भोसड़ा बनाने के लिए तैयार था
और गुर्रा रहा था किसी पागल सांड की तरह
मैंने उसकी चूत पर अपना लंड सेट किया और थोड़ा सा थूक
अपने लंड पर लगाकर और थोड़ा सा थूक उसकी चूत में लगाकर
एक झटके में लंड पेल दिया
रवीना दर्द से चीख पड़ी क्योंकि उसकी सील टूट चुकी थी और खून निकलने लगा।

मैं उसे प्यार करता रहा उसके दूध को मसलता रहा
उसे किस करता रहा
कुछ देर बाद रवीना फिर से मूड में आई और मैंने एक और झटका मार अबकी बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में से आ गया।

अब हम कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे
अब रवीना कमर उठाकर झटके देने लगी और काफी देर तक चुदाई करते हैं
जब मैं झड़ने वाला था.
मैंने उसे देखा उसने भी मेरी बात को समझते हुए कहा अंदर ही निकाल दो भैया !

मैंने तीन-चार झटको बहन की चूत में पिचकारी मार दी।

झड़ने के बाद हम दोनों नंगे ही लिपट कर सो गए।

कुछ देर बाद हमने खाना मंगवाया रवीना नंगी ही जमीन पर बिठाया अपने हाथ से उसे खाना खिलाया।

आज रवीना बहुत खुश थी उसे आज जिंदगी में पहली बार असली खुशी मिली थी।

हम दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे थे।

जब भी करके कोई नहीं होता फिर भी ना मुझे जाकर चोद लेती है ।

मैं अभी भी मौसी के घर ही रहता हूँ और अभी भी रोज उसकी चुत मारता हूँ और एक दिन मैं और रवीना चुदाई कर रहे थे तो सुकी छोटी बहन ने हमे चुदाई करते हुए देख लिया और फिर क्या रवीना ने उसे बहुत मुश्किल से मनाया |

वो मान तो गई पर उसकी एक शर्त थी की वो बोली मैं भाई के लंड को चुसना चाहती हूँ।

रवीना कैसे हाँ कर देती क्यूंकि वो खुद को मेरी पत्नी मानने लग गई थी और एक पत्नी अपने पति को कैसे शेयर कर सकती है।

पर हम मजबूर थे तो एक मैंने और मोनी ने….. ये कहानी मैं अगली स्टोरी में बताऊंगा।

दोस्तों यह मौसी की बेटी की चुदाई की कहानी पहली कहानी है तो कोई गलती होगी तो मुझे माफ कीजिए और आपको यह कहानी कैसी लगी अगर अच्छी लगी हो तो कमेंट करके जरूर बताएं

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