मां बेटे की सेक्स स्टोरी में मैं अपने मां बाप से मिलने के लिए गांव आया हुआ था एक दिन मैंने अपनी मां को नंगी देखा और मां के कमरे में चला गया और फिर मैं उनकी चुदाई की…….
आज की sex story vasna में दोस्तों मेरा नाम विकास है मैं पंजाब में रहता हूं
अगर आपने मेरी पिछली कहानी नहीं पड़ी तो जरूर पढ़ना
आज मैं एक मां बेटे की सेक्स कहानी के बारे में बताने जा रहा हूं
जो मेरी खुद की रियल स्टोरी है
मैं काफी दिन से राजस्थान में रह रहा था और मैं अब अपने गांव पंजाब गया हुआ था.
पापा ने मुझे कॉल किया कि बेटा कुछ दिन के लिए गांव आज हमारा मन नहीं लग रहा है.
दरअसल राजस्थान में चाचा और चाचा रहती थी तो वह मुझे मां-बाप की कमी नही होने दी
क्योंकि उनकी कोई बच्चा नहीं था और वो मुझे अपने बेटे की तरह रखते थे.
फिर भी कई बार मुझे अपनी मां की याद आ ही जाती थी, 2 साल हो गए थे.
मैं अपनी मां से नहीं मिला था कुछ समय निकला फिर
मैंने सोचा क्यों ना मां बाप से मिलने चला जाए.
मैं गांव गया मेरी मां का नाम मनप्रीत कौर है
मेरी मां ने काफी दिनों तक मेकअप आर्टिस्ट का काम किया है
उसके बाद वह घर की जिम्मेदारियां में व्यस्त होगी और फिर मेकअप का काम क्या बंद हो गया
अब मेरी मां सिर्फ एक हाउसवाइफ की तरह काम कर रही है अब उनका मेकअप का काम बिल्कुल भी बंद है पर उन्हें मेकअप करना आज भी बहुत पसंद है
दोस्तों मेरा गांव बहुत ही छोटा सा गांव है मोगे के के पास और वहां कोई घूमने की अच्छी जगह भी नहीं है ना कोई मार्केट ना कोई मॉल जब मैं गांव पहुंचा तो मैंने मम्मी पापा को नहीं बताया था कि मैं आ रहा हूं.
मैं उन्हें सरप्राइज देना चाहता था.
जैसे मैं गहर पहुंचा तो मां ने मुझे देखा तो वह चौकी उनकी आंखों से पानी आ गया.
उन्होंने अपने सीने से लगा लिया और मेरे बालों को सहलाने लगी.
जब मैं गांव से राजस्थान गया था तो उसे समय माँ काफी सिंपल शादी कपड़ों में रहती थी
मगर आज उनका रूप कुछ अलग सा लग रहा था वह की एक तगड़ी सरदारनी लग रही थी यानी की पूरी मॉडल.
उन्होंने एक पीले रंग का सूट पहन रखा था इसमें जो उनकी काली ब्रा दिख रही थी और डीप गले का कुर्ता पहन रखा था.
उन्होंने कुर्ता सिर्फ़ दूध को छुपाने के लिए डाल रखा था
परंतु बाकी सब कुछ दिख रहा था
उनके स्तन बहुत बड़े-बड़े थे
मैंने बैग रख दिया और हाथ मुंह धो के बाथरूम में चला गया फ्रेश होकर कपड़े चेंज करके खाना खाने किचन में गया.
पिछले दो सालों से में घर में कई नई चीजे दिखाई दे रही थी नया फ्रिज, नया डाइनिंग टेबल मैं सोच में पड़ गया की 2 साल में ऐसा क्या हो गया की सारी चीज एकदम से आ गयी और इतना पैसा कहां से आया.
मैंने माँ से पूछा की मां यह सब नहीं चीज कैसे पापा की दुकान थी उसकी आमदनी तो इनती नहीं है
यह सब कैसे मेरे पापा एक छोटी सी परचून की दुकान चलाते हैं गांव के अंदर.
मां बोली नहीं दुकान अब काफी बढ़ गई है
मैं भी काफी लड़कियों का मेकअप का काम सीखा रही हूं
इस करके आमदनी बढ़ गई है.
दोस्तों जब मैं घर में दाखिला हुआ तब से मैं मां को बोल रहा था आज बहुत सुंदर लग रही थी
मेरी मां का साइज 36-30-34 का हो गया था
उस पीले सूट में बहुत सेक्सी लग रही थी
हम डाइनिंग टेबल पर बैठे हमने खाना खाया मां मेरे आगे की तरफ बैठ गई मेरा ध्यान खाने में कम और माँ में ज्यादा था.
2 साल बाद मिले थे इसलिए बातों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा था.
मेरी मां का सेक्सी फिगर मुझे बार-बार मजबूर कर रहा था
बढ़ते बढ़ते मेरी वासना इतनी बढ़ गई कि मैं माँ के बारे में सोच कर मुट्ठी मारने का मन करने लगा.
इसके लिए मेरे दिमाग में आइडिया आया
मैंने मन से कहा कि मैं आपके साथ एक सेल्फी लेना चाहता हूं
जब मैं मां के साथ सेल्फी ले रहा था तो मैं खुद का फ्रेम काट दिया और मां को फ्रेम में लिया
सेल्फी में मां का सेक्सी फिगर साफ-साफ दिखाई दे रह था
मैं उसे फोटो को लेकर बाथरूम में गया
बाथरूम में जाकर पहले मैंने सेक्सी वीडियो देखी जैसे मेरा लंड खड़ा हो गया
फिर मैंने मां की फोटो को जूम करके देखा और उसे देखकर अपने हाथ से मुट्ठी मारने लगा
मां के स्तनों को देखते-देखते
मैं तेजी से लंड पर हाथ चल रहा था 2 मिनट में छूट पड़ा कई पिचकारी निकल गई
फिर मैं बाथरुम से बाहर आ गया शाम के 7:00 बज गए
मैं थका हुआ महसूस कर रहा था
आराम करने के लिए मैं अपने रूम में चला गया
मैंने माँ से कहा कि मैं सोने जा रहा हूं
जब पापा आ जाए तो मुझे उठा देना रूम में जाकर मोबाइल चलाते मुझे नींद कब नींद लगी
मुझे पता नहीं चला जब मेरी नींद खुली तो रात के 2:00 बज रहे थे
मैं पानी किचन की तरफ बाद मैंने देखा की मां के रूम की लाइट अभी भी ऑन थी
मैंने सोचा की मां पापा की चुदाई चल रही होगी
मेरा मन भी करने लगा कि मैं मां और पापा को सेक्स करते हुए देखा जाए
मैंने रूम में जाकर देखा अंदर मां केवल माँ ही थी
माँ कोई किताब पढ़ रही थी और चादर ओढ़ कर बैठी थी
फिर उसको शायद गर्मी महसूस एकदम से माँ चादर हटा दे
मैं मेरे सामने का नजारा देखा कर सन रह गया माँ केवल ब्लाउज ही पहन रखा था
उनके स्तनों को छोड़कर बदन का बाकी ऐसा पूरा नंगा था ना सूट कुछ भी नहीं.
उसने अपने टांगों को फैला रखा था
जिसमें जांघों के बीच वाले भाग में कुछ बाल दिखाई दे रहे थे
उनके पीछे छुपी मेरी मां की चूत चूत देखते ही मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
मैं वही बाहर लंड हिलाने लगा
मैंने मनमें थान लिया था कि अब की बार राजस्थान जाने से पहले मां की चुदाई करके ही जाऊंगा.
फिर मैं किचन में जाकर पानी पिया और मेरी उत्तेजना थोड़ी शांत हुई उसके बाद में अपने रूम में जाकर सो गया.
अगली सुबह मां ने मुझे उठाया उसने लाल रंग का सूट पहन रखा था
जिसमें बहुत सुंदर लग रही थी उठने के बाद मैंने नाश्ता किया फिर मां के साथ गप्पे मारने लगा
मैंने पूछा रात को पापा नहीं आए क्या?
वह बोली रात में देर से आए थे फिर बहर टीवी देखते-देखते वहीं सो गए
आज जल्दी आ जाएंगे तुम्हारे लिए
मैं खुश हो गया फिर ऐसे ही बातों बातों में दिन ढल गया रात हो गई और आज भी पापा जल्दी नहीं आए
इसलिए मैं और मां खाना खाकर अपने-अपने रूम में चले रात की लगभग 12:00बजे मैं बाहर गया
मां के रूम की लाइट ऑफ थी शायद आज माँ जल्दी-सो गई होगी
मैंने धीरे से मां के रूम का दरवाजा खोला
मां दूसरी तरफ मुंह करके सो रही थी
मैं धीरे-धीरे अंदर रूम का दरवाजा लगा दिया और मां के बेड पर लेट गया सो गया
लेटे हुए 5 मिनट हुए थे की लाइट चली गई.
इतने में माँ ने करवट ली और मेरे बदन पर हाथ रख दिया
मां ने नींद के नशे में बडबड़ाई की आप कल बाहर ही सो गए थे
आज भी अपने आने में इतनी देर कर दी राहुल घर में है आप बाहर सो जाते हैं
उसके रहते बाहर सेक्स कैसे कर सकते हैं
थोड़ी जल्दी आ जाया करो ना जान ऐसे बोलते ही मां ने मेरी लोअर पकड़ी और उसे खोलना शुरू कर दिया
मेरा दिल जोर-जोर से मैं बुरी तरह से पास गया था फिर भी मैं चुपचाप शांति से लेट रहा
मां मेरी लोअर को उतारने लगी और मैं गांड उठाकर जगह दे दी
लोअर खींचने के लिए लोअर नीचे करके मां ने मेरी अंडरवियर में हाथ रख दिया
और मेरे लंड को पकड़ लिया डर के मेरा लंड खड़ा ही नहीं हो रहा था
मेरा सोया हुआ लंड हाथ में लेकर माँ बोली क्या बात है
आप बात ही नहीं करते हो आपका लंड भी खड़ा नहीं हो रहा
मैंने कोई जवाब नहीं दिया बस लेटा रहा चुपचाप माँ बोले ठीक है जैसा आप चाहे
अब मैं उसको खुद ही खड़ा कर लूंगी अपनी चूत में ले लूंगी मां ने लंड को हिलाना शुरू कर दिया
सहलाना शुरू कर दिया
अब मुझे भी वासना चढ़ गया
मेरा लंड खड़ा होने लगा
कुछ देर में मेरा लंड खड़ा होकर 7 इंच का बड़ा होकर सलामी देने लग गया
जब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया तो
मां ने लंड को भींचते हुए बोला आज तो यह बड़ा लग रहा है काफी
इसको तुम अपने मुंह में लेकर चूसूंगी मां ने झट से मेरे लंड को मुंह में ले लिया चूसने लगी
मेरा लंड मां के माँ जड़ तक अंदर तक ले रही थी
मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर अचानक से कि मुझे लगा कि शायद मन को पता चले गए की
मैं उनका पति नही उनका बेटा तभी अचानक से मेरी दूसरी बगल में किसी के पांव रख दिया
मुझे पता लगा कि वह माँ ही है
मां ने मेरे लंड को हाथ से पकड़ा अपनी चूत के मुंह पर लगा दिया उसकी चूत के होंठ मेरे लंड के टोपे को छू रहे थे
मेरे बदन में सेक्स कि आग जल रही थी
मन कर रहा था मां की चूत में लंड घुसेड दूं और पटक पटक कर चोद दूं
पर क्या करूं माँ जो थी
फिर एकदम से माँ ने लंड पर बैठ गई और मेरा लंड उनकी चूत में घुस गया माँ को थोडा दर्द हुआ और माँ उठने लगी
लेकिन मैंने मां को पकड़ लिया
उसकी कमर से पड़कर मैं नीचे खींच लिया
मेरा लंड मेरी मां की चूत के अंदर था धीरे-धीरे थोड़ा शांत हुई
अब वह अपनी गांड को हिला रही थी धीरे-धीरे आगे पीछे
मुझे लगा दर्द कुछ काम हो गया है
अब मुझे भी मजा आने लगा मां की चुदाई का मजा लेने लगा
हिम्मत करके मैंने मां के स्तनों को पकड़ लिया मुझे मालूम नहीं था की पापा मेरी मां की चुदाई कैसे करते हैं
उसे वक्त मैं केवल एक दाव खेल सकता था
जो मैंने खेला पहले मैने हूक खोल फिर दूसरा और तीसरा ऐसे करके पांचो को खोल दिए और जालीदार ब्रा को भी निकाल कर साइड में फेंक दिया और दोनों हाथों से मां के बूब्स को मसलने लगा
मां बोली दबा क्यों रहे हो जान चूसो से जी भर के चूसो जैसे रोज चूसते हो
मैं उनके स्तन को चूसने लगा
मैंने मुझे बहुत मजा आ रहा था
मैं आज अपनी मां के स्तनों को चूस रहा था
मां अपनी गांड को हिलाते हिलाते मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर ले रही थी है
मेरी मां की चूत बहुत गर्म थी जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था
जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता मां की चुदाई की कहानी में हमारी चुदाई आधे घंटे तक चली
अब मैं किसी भी वक्त झड़ सकता था मगर मैंने मां को रोका नहीं
उनको अपने से अलग किया मां मुझे अपना पति समझ कर प्यार किया जा रही थी
वह मस्ती में बोली जान मुझे रोज ऐसे ही शांत किया कीजिए
मैं आपके लंड से ऐसे ही चुदा करूंगी आई लव यू जान
इतना कहते ही मैं अपनी मां की चूत के अंदर झड गया
माँ को भी पता लग गया की मैं झड गया हूँ और उतनी ही देर में माँ बभी झड गई और जिससे वो निडाल होकर मेरे ऊपर पड़ गई .
मैं भी सो गया
माँ सुबह 5:00 बजे उठी तो मेरा लंड मां की चूत में था
वह मेरे ऊपर से लिपट कर सो रही थी
उसके शरीर पर कपड़ा नहीं था लाइट भी आ गई थी
लेकिन बल्ब छोटा था इसलिए रोशनी बहुत कम थी
मुझे पता लग गया की माँ उठ गई है और मैं भी चोरी से आँख खोली फिर आँख बंद करके सोने का नाटक करने लग गया.
मां ने धीरे-धीरे अपनी चूत से मेरे लंड को अपनी चुत से बाहर निकाला
मां ने अपनी पैंटी से मेरे लंड को साफ किया
उसे पर थोड़ा थूक लगाए और धीरे से उसे अपने मुंह में ले लिया
और एक बार फिर चूस कर
मां ने मुझे चादर उड़ा दी और फ्रेश होकर माँ ने कपड़े पहन लिए और मेरे रूम में जाकर सो गई
जैसे ही मां ने हाल की लाइट जलाई तो उन्होंने देख की हॉल में तो पापा सो रहे है
मेरी आंख 10:00 बजे खुली
मैंने पाया कि मेरे बदन पर मेरी अंदर पैक और बनियान थी
मैं बाहर आ गया
मैंने देखा की मां डाइनिंग टेबल पर बैठकर रो रही थी
मैंने उसे रोते देखा तो मुझे बहुत बुरा लगा
मैं उनके पास गया और मुझे गुस्से से दूर हटा दिया
मुझे डांट लगाने लगी तुझे शर्म नहीं आई अपनी मां के साथ ऐसा करते हुए
तूने जो किया वह एक बहुत बड़ा पाप है आज तक किसी बेटे ने अपनी मां के साथ चुदाई नहीं की है
तूने अपनी मां को चोद दिया साले हवास में इतना बिगड़ गया
मैं मां को शांत करते हुए का बोला मां मुझे खुद पता नहीं चला
कि मैं आपके रूम में कैसे आया शायद
मैं नींद में चल रहा था जब तक मुझे कुछ समझ में आया
आप मेरे लंड पर उछल रही थी
नींद के कारण में कुछ नहीं कर पाया लेकिन आपके मुंह से लगातार यही निकल रहा था कि बहुत मजा आ रहा है आपके मजे के कारण में कुछ नहीं बोला.
मुझे लगा कुछ कहूंगा तो आपका मजा ख़राब हो जाएगा
बस मैं लेटा रहा मां बोली मगर हमारे बीच जो हुआ है वह कोई नहीं करता तुम्हारा 7 इंच का हथियार रात भर मेरे अंदर था
अब मुझे पाप लगेगा ऐसा कहते हुए मां फिर से रोने लगी
मैंने मां को समझने की बहुत कोशिश की मैंने माँ से कहा आप इतना मत सोचिए
मां किसी को पता नहीं चलेगा कि कल रात आपने और मैंने चुदाई की है
मैं आपकी चूत मारी है मैं आपका दूध पिया है
बहुत समझाने के बाद है माँ फिर भी नहीं मानी
मैंने मां को बोला मां अभी यह बातें शहरों में नॉर्मल हो गई है
बड़े शहरों में हर कोई अपनी मां के साथ हैं कपड़े खोलकर सोता है
उनको अभी भी मेरी बातों में विश्वास नहीं था
मैं झट से मोबाइल पर फेक मां बेटी कुछ पॉर्न वीडियो मां को दिखाएं मन शांत हुई और उसी के साथ मैंने सेक्स स्टोरी वासना पर मां को एक कहानी पढ़ाई जिसमें मां बेटे की चुदाई की कहानी चल रही थी.
इसमें मां बेटे की, बाप बेटी की और बहन भाई की कहानी थी.
मां ने सभी कहानियाँ पढ़ी उसके बाद माँ कुछ मुझसे खुल गई.
इसके बाद मैंने माँ से पूछा की आप दोनों रोज चुदाई करते हो.
माँ बोली- बेटा वह काम करके थक जाते हैं और उनकी उम्र भी हो गई है तो कभी कबार हो पता है.
मैंने मां को अपनी गले से लगाए और उनके में रूम में लेकर गया.
मैं हूं ना आपको कभी छोड़कर नहीं जाऊंगा
आपकी हर खुशी का ख्याल रखूंगा इतना कहती मैं मां के ब्लाउज में हाथ डाल दिया और मां के बूब्स को दबाने लगा
बेड पर लिटाकर उनको चुम्मा जो भी वीडियो उसके दिखाए थे वह सारी पोज़ बनाकर मेरी मां को फिर से एक बार चोद दिया
उस दिन मैंने मां को दिन में तीन बार चुदाई की अब मुझे गांव आए हुए एक महीना होते इसी बीच मां के पीरियड हो गए पीरियड के दिन को छोड़कर मां को महीने में दिन में तीन बार ही रात को दो बार उनकी चुदाई तो
दोस्तों यह थी मेरी और मेरी मां की चुदाई की कहानी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले और कमेंट करके बताएं कि आपको यह कहानी कैसी लगी