आज की गे सेक्स स्टोरी में मैं सड़क पर जा रहा था एक अंकल ने मुझे लिफ्ट दी और वह मुझे अपने घर ले गए वहां उन्होंने मेरी गांड मारी……
मेरे बड़े-बड़े लंड वाले दोस्तों मेरा नाम सुमित है आज मैं आपको मेरी पहली गे सेक्स कहानी यानी गांड चुदाई की कहानी सुनाने वाला हूं.
यह मेरे जीवन की पहली और सच्ची कहानी है जिसमें मुझे बहुत मजा आया था यह बात तब की है.
जब मैं 18 साल का था तब मैं गंगानगर कबड्डी खेलता था.
उसे वक्त मैं एक मैदान में अभ्यास करने के लिए जाता था.
और वहां से मेरे घर की दूरी लगभग 16 से 17 किलोमीटर थी.
मैं रोज अभ्यास करने के लिए जाता था.
उसमें मुझे गे सेक्स के बारे में कुछ ज्यादा नहीं पता था.
बस कुछ कहानियां पढ़ी थी.
एक दिन की बात है जब मैं अभ्यास खत्म करके अपने घर की तरफ जा रहा था और मुझे ऑटो नहीं मिला था.
तभी एक अंकल ने बाइक रोकी और बोले कहीं जाना है बेटा
मेरे साथ चलो मैं छोड़ देता हूं.
आज मैं थोड़ा लेट भी हो गया था लगभग शाम के 7:00 गए थे.
मुझे उनके साथ बैठना ठीक लगा क्योंकि अभी 7:00 ऑटो मिलना भी थोड़ा मुश्किल था.
फिर अंकल मुझसे पूछने लगा जाना है तो चलो ना सोच क्या रहे हो
इस बार थोड़ा मैं डर गया क्योंकि मैं अंकल को जानता नहीं था.
तभी मैंने का अंकल को कहा की मैं ऑटो से चला जाऊंगा
तो उन्होंने कहा जाना कहा है पहले यह बताओ
फिर मैंने अपने घर का एड्रेस बताया कि मुझे यही पास में 15 किलोमीटर दूर जाना
अंकल ने कहा मैं भी उधर ही जा रहा हूं.
मेरा घर रास्ते में मेरे घर के सामने तुम उतर जाना वहां से मैं तुम्हें ऑटो दिलवा दूंगा.
तुम चले जाना जब अंकल ने इतना बोला तो मुझे कुछ ठीक लगा.
मैं उनके साथ बैठ गया शायद अंकल भी मेरी हेल्प करना चाह रहे थे.
तो मुझे यह ठीक लगा मैं बाइक पर बैठ गया.
अंकल ने मेरे बारे में पूछने लगे क्या करते हो कहां से आए हो और तुम्हारे पापा क्या करते हैं.
उनके इन सवालों को मैंने कुछ नॉर्मल समझा
उन्होंने सब कुछ मैंने उनको डिटेल दे दी.
अंकल की बात करूं तो उन्होंने सफेद कुर्ता पजामा पहन रखा था.
अंकल की उम्र लगभग 32 से 35 के बीच होगी.
एकदम फिट दिख रहे थे.
अंकल ने बोला इतने दूर क्यों बैठे हो थोड़ा पास आकर बैठो ना
मुझे कुछ अजीब लगा कि अंकल मुझे पास क्यों बुला रहे.
फिर भी मैं थोड़ा सा आगे हुआ और अंकल से सट कर बैठ गया.
अंकल बाइक चला रहे थे और उन्होंने एक हाथ छोड़कर मेरी जांघ पर हाथ रखकर चलाने लगे.
इससे मेरे शरीर में अजीब सी हलचल होने लगी.
तभी अंकल थोड़ी आगे गए और उन्होंने अपने हाथ से मेरे चुतड को सहलाने लगे.
अब मैं थोड़ा-थोड़ा समझा
फिर अंकल ने धीरे से मेरे लंड को अपने हाथ से पीछे करके पकड़ दिया.
अब मैं उनकी हरकत से कुछ कुछ होने लगा और मेरे अंदर भी सेक्स करने की मस्ती चढ़ गई.
पता नहीं उसे वक्त मुझे क्या हुआ कि मैं अंकल को कुछ नहीं बोल पा रहा ना मना किया ना कुछ
अंकल ने मेरे लंड को सहलाते हुए
मुझे कहा- गांड मरवाओगे
मैं तुमको पैसे दे दूंगा.
यह सुनकर मैं थोड़ा डर गया.
मैं अंकल को कहा नहीं अंकल आप बीके रोक दीजिए मैं ऑटो से चला जाऊंगा.
तभी अंकल ने कहा- अरे डरने की कोई बात नहीं है बहुत मजा आएगा सच्ची में कोई दिक्कत नहीं होगी.
उसे टाइम ना जाने क्या हुआ कि मेरे मन में भी सेक्स का मूड था.
मुझे अंकल लोग बहुत पसंद आते थे
लेकिन मैंने इससे पहले कभी अपनी गांड नहीं मरवाई थी.
इस वजह से मैं थोड़ा डरा हुआ था.
जब मैं अंकल को यह बताई तो अंकल के चेहरे पर छोटी सी मुस्कान आई
उस मुस्कान के साथ उन्होंने कहा- बेटा कोई दिक्कत नहीं होगी मैं तुम्हें बहुत मजा आएगा.
तभी मैंने अंकल से कहा आप यह किधर पर करोगे.
मैंने कहा- अरे मेरा मतलब कि हम लोग सेक्स कहां करेंगे.
इस पर अंकल ने कहा हम जिस रास्ते पर जा रहे हैं वही मेरा घर है
मैंने पहले बताया था ना
यह जब मैं अंकल की घर की बात सुनी तो मैं थोड़ा सा रिलैक्स हुआ.
अब मैं भी सोचा कि आदमी कुछ गलत तो नहीं लग रहा.
फिर अंकल ने कहा मैं एक गवर्नमेंट टीचर हूं और अभी स्कूल से ही आ रहा हूं.
आज मैं भी थोड़ा लेट हो गया.
अब मैं अंकल के घर चला गया मैने टाइम देखा तो लगभग 7:30 बज चुके थे.
मैं घर पर कॉल किया कि मैं आज थोड़ा लेट आऊंगा.
मैं अभी मैदान में ही हूं हम दोनों उनके घर चले गए.
मैंने अंकल का घर देखा तो उनका घर बहुत बड़ा था कोठी बना रखी थी.
अंकल ने बोला कि मैं अकेला ही रहता हूं.
अंकल ने मुझे बिठाया और मुझे समझाया डरो मत बेटा कुछ नहीं होगा.
उसके बाद अंकल मुझे करीब बिठाकर मेरे साथ चिपकने लगे
अपने पास खींचने लगे.
मैं भी उनके बदन से आने वालीं मर्दानी खुसबू में खोने लगा.
अंकल मुझे किस करने लगे.
मेरे सीने पर हाथ फेरने लगे और बोल यार तुम बहुत सुंदर हो शुरू में तो मुझे अजीब सा लग रहा था.
लेकिन पता नहीं बाद में मुझे मजा आने लगा अंकल का लंड और मेरा लैंड एकदम टाइट हो गया था.
फिर अंकल ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और उसे हिलाने लगे.
थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया.
उनके लंड को मुंह में लेते ही मेरे अंदर बहुत ही मस्ती जाने लगी.
मेरी बॉडी के अंदर एकदम बिजली सी दौड़ पड़ी और मैं तड़पने लगा.
थोड़ी देर में अंकल ने मेरा लंड चूस फिर
उन्होंने मुझसे कहा अब तुम अपने घुटनों के बल बैठ जाओ
मेरा लंड चूसो
अंकल ने अपना पजामा खोला और उनका लंड बाहर निकाला.
मैं उनका लंड देखा तो उनका लंड बहुत मोटा था.
8 इंच का रहा होगा मैंने इतना बड़ा लंड कभी नहीं देखा था.
मैं उनके लंड को देखकर रोने लग गया.
तब अंकल ने मेरे सर को पकड़ और अपने लंड को मेरे मुंह में डालने लगे
अंकल का लंड जैसे मेरे मुंह में गया उल्टी आने लगी.
क्योंकि मैंने पहले कभी लंड नहीं चूसा था.
मैं अंकल को मना करने लगा.
अंकल ने कहा बस थोड़ा सा चुस लो छोड़ दूंगा.
मैंने जैसे तैसे करके अंकल के लंड को मुंह में ले लिया चूसने लगा.
अब कुछ देर चूसने के बाद अंकल बोले चलो मत उलटे लेट जाओ
मैं उल्टा लेट गया अंकल ने मेरी पेंट के नीचे तकिया लगाए.
ताकि मेरी गांड ऊपर हो जाए और अंकल अच्छे से मेरी गांड की चुदाई कर सके
आज की गे सेक्स स्टोरी में पास के टेबल पर ही पहले से ही तेल की सीसी रखी हुई थी.
अंकल ने तेल लिया वह मेरी गांड पर और अपने लंड पर काफी सारा तेल लगा दिया.
फिर उन्होंने मेरी गांड के छेद पर अपना लंड रखा लंड को रगड़ने लगे जैसे ही उन्होंने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा तो मेरे शरीर में अजीब सी हलचल होने लगी.
उसे वक्त मेरे अंदर डर खत्म हो गया.
बस लग रहा था कि अंकल का लंड अंदर घुस जाए
शायद अंकल ने उसे तेल में कुछ ऐसा मिलाया था.
जिससे मेरी गांड के अंदर चुदाई की आग लग गई.
तुम्हें हल्का सा दर्द होगा.
उनके दर्द वाली बात से मैं थोड़ा डर गया.
मैं धीरे से बोला आप आराम से करना अंकल
मैं थोड़ा-थोड़ा आह्ह…. आह्ह… करने लगा.
उन्होंने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और कहा अरे मैं तुमको कुछ नहीं होने दूंगा बाबू
मैं तुम्हें आराम से मजे लेकर चोदुंगा लूंगा.
अब मैं चुप रहा कुछ नहीं बोला…….
अब धीरे से अपना लंड मेरी गांड में घुसाने की कोशिश की तो मुझे दर्द होने लगा.
मैंने कहा- अंकल दर्द हो रहा है.
उन्हें मुझे कसकर पकड़ लिया
मेरे मुंह को अपने हाथ से बंद कर दिया.
उन्होंने मेरी गांड के छेद अपना लंड रखा और जोर से दबाया………..
मेरी आंखों से आंसू आ गए.
मेरे मुहं से चीखे निकलने लगी और मैं रोने लग गया और साथ में मर गया….मम्मी….. अह्ह्ह…..दर्द हो रहा है….
मैंने अपने पूरी तक ताकत लगाकर अंकल से छूटना चाहा
ताकि मेरी गांड में उनका लंड बाहर निकल जाए.
मैं थोड़ा आगे भी हो गया उधर अंकल ने मुझे वापस खींच ली और कहा अरे थोड़ा दर्द होगा.
शुरू में बाद में सब नॉर्मल हो जाएगा और बाद में मजा भी बहुत आएगा बाबू
यह सब कहते हो अंकल ने मुझे पीछे खींच और मेरी गांड को पेलने लगे.
इस बार में थोड़ा हाफ रहे थे और मेरी गांड के छेद में अपना लंड पलने की कोशिश कर रहे थे.
उन्होंने मुझे कसकर पकड़ और मेरी गांड के छेद पर अपना लंड रखो जोरदार धक्का मार दिया.
मेरे मुंह से चीख निकल गई
अंकल मुझे सहलाने लगे.
मैंने अपना हाथ अपनी गांड के पास किया तो गिला सा लगा.
मैंने हाथ आगे करके देखा तो हल्का सा खून लगा हुआ था.
मैंने वापस गांड की तरफ देखा मेरी गांड में खून निकल रहा था.
उनके लंड पर लग गया था.
मैं घबरा गया मैंने सोचा मेरी गांड फट गई शायद
अंकल ने कहा- अरे जब किसी के पहली बार मे लंड जाता है तो सील टूटती है और खून आता है.
बस यह हो गया अब देखना तुम्हें मजा आएगा.
इतना कहते ही अंकल ने अपनी तरफ खींचा और लंड अंदर बाहर करते हो मेरी गांड को चोदने लगे.
क्योंकि अंकल ने वह जादू वाला तेल लगाया था तो
मुझे मीठे दर्द के साथ मजा भी आने लगा.
अब अंकल नहीं वापस तेल उसी तेल को अपने लंड के जरिए मेरी गांड बहा गया.
मुझे मस्ती चढ़ने लगी दर्द तो भी हो रहा था.
लेकिन ऐसा लग रहा था कि अंकल अंदर बाहर करते रहे.
इस बार जैसे ही अंकल ने मेरी गांड में तेज धक्का मारा उनका लंड पुरा का पूरा में गांड में घुस गया.
मुझे फिर से दर्द हुआ एक दो पल के बाद मेरा दर्द गायब होने लगा.
अंकल थोड़ी देर रुके उसके बाद अंकल फिर से धीरे-धीरे अपने चोदने लगे.
जब उनको लगने लगा कि अब लंड और ज्यादा मस्ती से अंदर बाहर हो सकता है
तो वह धीरे-धीरे मेरी छोटी सी गांड में पेलने लग गई.
अब थोड़ा सा दर्द मेरे पेट में हो रहा था.
फिर अंकल एकदम मस्त होने लगे.
उनके रफ्तार धीरे-धीरे बड़ने लगी और 5 मिनट के बाद उन्होंने स्पीड बहुत तेज हो गई.
फिर मुझे बार-बार पूछरहे थे की मजा आ रहा है मैं बार-बार कह रहा था आ रहा है मजा अंकल जी
क्योंकि मुझे सच में बहुत मजा आ रहा था.
दोस्तों मैं आज तक कभी अपनी गांड नहीं मरवाई थी पर सच में आज मैंने अपनी गांड मरवाई तो बहुत मजा आ रहा था.
मुझे ऐसा लग रहा था कि अंकल बस ऐसे ही पेलते रहे पूरी रात
अब अंकल ने मुझे 10 मिनट तक पेला और मेरी गांड के क्षेत्र को गड्ढे जैसा बना दिया.
उसके बाद अंकल ने अपने लंड का सारा माल मेरी गांड में ही झाड़ दिया.
मेरे ऊपर निडाल कर सो गए
मेरी गांड मारने के बाद अंकल मुझे बहुत देर तक मेरी गर्दन और गालों पर किस किया.
फिर हम दोनों बाथरूम में गए और अंकल ने अपने लंड को धोया और मेरी गांड को भी धोया
फिर मुझे पैरों पर बिठाकर अपना लंड भी चुस्वाया फिर हम दोनों के शोवर नीचे खड़े होकर नहाने लगे और मस्ती करने लगे
करीब 10 मिनट बाद हम दोनों बाहर आ गए.
अंकल नंगे ही कुर्सी पर पसर गए और सिगरेट पीने लगे
मैं उनके सामने अपने कपड़े पहन कर तैयार हो गया.
इसी बीच अंकल ने मेरा नंबर मांगा और डायल कर दिया
हम दोनों एक दूसरे पर फोन नंबर ले लिया.
उसके बाद अंकल ने मुझे एक दर्द भरी दवा दी और रात को यदि दर्द हो तो यह दवा खा लेना
क्योंकि तुम्हारी गांड पहली बार चूदी है.
तो रात को पक्का दर्द करेगी और दोबारा लंड मांगेगा
उन्होंने मुझे हजार रुपए दिए और मुझे घर तक छोड़ दिया.
फिर बोले जब भी मन करे मुझे कॉल करना मैं तुम्हें अच्छे से पेलूंगा और पैसे भी दूंगा.
मैं उन्हें कहा ठीक है और अपने घर चला गया.
अंकल ने सही कहा था रात 12:00 मैंने अंकल के दी हुई दवाई खाली
अगले दिन मेरी गांड में सनसनी होने लगी और मेरा फिर से मन करने लगा
कि मैं अंकल से अपनी गांड मरवाई.
दोस्तों यह मेरी सच्ची गांड चुदाई की कहानी थी इसके बाद मैं बिस्तर वाले कबड्डी किस-किस के साथ यह सब मैं आपको बाद में बताऊंगा फिलहाल आप बताओ कि आपको मेरी गे सेक्स कहानी कैसी लगी…………
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