हॉस्पिटल में पड़ोस वाली भाभी की चुदाई

मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती थी और एक दिन उनकी सास बीमार हो गई और भैया घर पर नहीं थे तो मैं हॉस्पिटल चला गया रात को भाभी मेरे साथ पंगे लेने लगी तो फिर मैंने भी भाभी की चुदाई कर डाली|

दोस्तों मेरा नाम अंकित है.
और मैं यूपी का रहने वाला हूं.
तो मेरी उम्र अभी 24 साल की है.
और मेरे लैंड का साइज 6 इंच है और ढाई इंच मोटा है.
मैं देखने में ठीक-ठाक सा
दोस्तों भाभी की चुदाई की कहानी शुरू होती है आज से 3 साल पहले जब मैं दिल्ली में रहता था और मैं एक प्राइवेट नौकरी में काम किया करता था हमारे ही पड़ोस में एक भाभी और भैया रहते थे भैया आर्मी में थे और भाभी एक हाउसवाइफ थी..

उनके घर में उनके साथ रहती थी ससुर उनके नहीं थे.
मेरी चुदाई की कहानी में एक दिन भाभी की सास की तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाने वाला कोई नहीं था और वैसे भी हमारे वह पड़ोस में रहते थे तो भाभी हमारे घर आई और बोली कि भाई साहब को भेजना सासू मां की तबीयत खराब है और उन्हें अस्पताल लेकर जाना है.

मेरी बीवी ने कहा ठीक है भेजती हूं और तभी भैया का भी मेरे पास कॉल आता है कि यार भाई मेरी मां की तबीयत खराब है और घर पर तेरी भाभी अकेली है तो मैं तो आ नहीं सकता तो क्या दूं उन्हें अस्पताल ले जा सकता है क्या?

मैंने कहा – ठीक है क्यों नहीं ले जा सकता मैं चला जाऊंगा.

जब मैं भाभी के घर गया तो भाभी रो रही थी और उनकी सास को उन्होंने बेड पर लेट रखा था और तभी एंबुलेंस भी आ गई और मैं उनकी सांसों को उठाकर एंबुलेंस में डाला और भाभी को साथ लेकर हॉस्पिटल चला गया.

अस्पताल जाते ही मैंने उनकी सासू को एडमिट करवाया तो पता चला कि उन्हें अटैक आया था और उन्हें अभी एडमिट करना पड़ेगा तो मैंने भाभी को सब कुछ बताया और भैया को भी कॉल किया की मां को एक अटैक आया था और उन्हें एडमिट करवाना पड़ेगा कम से कम तीन से चार दिन लगेंगे उनको सही होने में.

भैया बोल यार तुम कि तुम थोड़ा ध्यान रखना और इनको खाना-पीना देते बाकी मैं पैसे इनका ट्रांसफर कर देता हूं मैंने कहा ठीक है

अब मैं उनको एडमिट करवा कर अपने घर आ गया घर आकर मैंने अपनी पत्नी को बताया कि पड़ोस वाली आंटी को अटैक आया है और मैं हॉस्पिटल में एडमिट करवा कर आया हूं

और हां भैया का कॉल आया था कि उनका खाना देने जाना है तो तुम ऐसे करो दो जनों का खाना बना लेना शाम को मैं उन्हें खाना दे आऊंगा और शाम को वापस आ जाऊंगा.

मेरा बच्चा अभी छोटा था तो मेरी बीवी हॉस्पिटल नहीं जा सकती थी तो मेरी बीवी ने कहा यार वापस तो क्या आओगे तो मैसेज करना आज आज रात वहीं रुक जाना क्योंकि क्या पता चल दे कि तुम्हारी जरूरत पड़ जाए और फिर तुम्हें रात को भागना पड़ेगा.

मैं भी सोच मेरी पत्नी ठीक कह रही है दोस्तों अब तक भाभी के बारे में मेरे कोई भी बुरे ख्याल नहीं थे मैं सिर्फ उन्हें भाभी ही मानता था और भैया को भैया मानता था..

कहानी अब से शुरू होती है मैं उन दोनों का खाना लेकर गया सासु मां ने तो कुछ नहीं खाया बस थोड़ा बहुत दलिया खाया और भाभी ने खाना खाया
भाभी बोली- आप आज रात के लिए यही रुक जाइए क्योंकि आपकी जरूरत पड़ सकती है.
मैंने कहा- ठीक है कोई बात नहीं मैं रुक जाऊंगा.
मैं रात को वहीं रुक गया रात के करीब 11:00 बजे नर्स आंटी को नींद की गोलियां देकर सुला गई

अब आंटी पर्सनल रूम में थी और हम वही साथ में लेते हुए थे और पास में हमने नीचे चटाई बेचकर बैठकर और बातें करने लगे.

तभी भाभी बोली- आपका बहुत धन्यवाद आज मुझे बहुत परेशानी होती और शायद मैं अपनी सासू मां को खो देती.

मैंने कहा ऐसी कोई बात नहीं है पड़ोसी ही पड़ोसी के काम नहीं आएगा तो कौन आएगा आज आपको जरूरत पड़ी है कल हमें भी तो जरूरत पड़ सकती है.

भाभी ने कहा ठीक है तभी भाभी ने ऐसा कहते हुए अपने हाथ को मेरे हाथ पैर रख दिया.
मुझे यह सब नॉर्मल लगा और मैं फिर से बातें करने लगे बातें करते-करते मैंने भाभी से पूछा कि भैया को कितना टाइम हो गया घर आए को.

भाभी ने बताया कि उन्हें आज पूरी 4 महीने हो गए हैं और मुझे अकेली को होकर संभालना पड़ता है.

दोस्तों भाभी के बारे में बताना चाहूंगा भाभी की उम्र अभी 27 साल की थी और उनकी चुचे बहुत बड़े-बड़े थे उनकी साइज की बात करो तो 32-34-36 का साइज रहा होगा.

आज उन्होंने शर्ट ही पहन रखी थी तो उनके बस बड़ी मस्त दिख रहे थे और उन्हें देख-देख कर बुरा हाल हुआ जा रहा था और जब आप यहां हंस हंस बातें कर रही थी तो उनके बस हिल रहे थे.

तो मैंने भाभी से कहा- भाभी अगर बुरा ना मानो तो एक बात पूछूं.
भाभी ने कहा- पूछो इसमें बुरा मानने वाले क्या बात है.
मैंने कहा- भाभी अगर भैया इतने लेट आते हैं तो आपका गुजारा कैसे होता है.
भाभी कुछ नहीं बोली शांत रही.
मैं फिर से कहा- शायद भाभी आपको बुरा लगा सॉरी.
अब भाभी बोली- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है बस मैं इसका क्या जवाब दूं एक तो ऊपर से चढ़ती जवानी और ऊपर से बीमार सासू मां पूछो मत मेरा तो बुरा हाल हुआ पड़ा है

कई बार तो मन करता है कि किसी को अपना बॉयफ्रेंड बना लो जिससे अपने शरीर की गर्मी तो दूर करूं बाकी तो चलो घर का काम करना ही होता है.
अब भाभी का जवाब यह जवाब सुनकर मैं थोड़ा सा मस्ती में आ गया

मैंने भाभी से कहा भाभी किसी और को बनाने की क्या जरूरत है मैं हूं ना.

भाभी ने जब मेरा यह जवाब सुन तो उन्होंने मेरे हाथ पैर हाथ रखा और कहा- सच बताओ तुम मेरे शरीर को शांत कर सकते हो क्या और हां अगर किसी को ना बताओ तो मैं तुम्हारे साथ वह सब कुछ कर सकती हूं जो तुम्हें भी चाहिए और मुझे भी चाहिए.

मैंने कहा- भाभी जी आप मत बताना मैं तो किसी को क्यों बताऊंगा.

इसी तरह हम दोनों काफी नजदीक आगे और मैं कमरे की लाइट बंद करके बैठ गया और बस भाभी के थोड़ा नजदीक किया और भाभी को किस करने लग गया जब मैं भाभी को किस किया तो भाभी भी आगे से पूरी गर्म थी तो भाभी भी ताबड़तोड़ किस करने लग गई

अब हम दोनों 10 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे और फिर मैंने एक हाथ भाभी के बस पर ले गया.

भाभी बोली- यार सासू मान उठ जाए
मैंने कहा- नहीं उठागे ,नर्स मां जी को नींद की गोलियां देकर गई है ताकि उन्हें कोई दिक्कत ना हो.
इतना सुनते ही भाभी मेरे पर किसी भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी और मेरे गले पर और मेरे लिप्स पर और मेरी जगह जगह किस करने लगी और मेरी शर्ट को उतारने लगी

मैंने भाभी से कहा आज आज सिधा कर लो कल से मैं आपको कहीं बाहर ले चलूंगा और वहां आपकी चुदाई करूंगा.

भाभी को यह सब ठीक लगा भाभी ने का ठीक है.

अपने मैंने भाभी को किस करते हुए भाभी के बूब्स को दबाया और एक हाथ से भाभी की लोअर में हाथ डाल दिया और उनकी चूत को सहलाने लगा

जब मैं उनकी चूत पर हाथ रख तो उनकी चूत बहुत गीली हो रखी थी यानी भाभी मारी जा रही थी अपनी चूत में लंड लेने के लिए.

मैंने भाभी को कहा भाभी आपकी तो बहुत गर्म है.
भाभी बोली – गर्म तो होगी ना महीने हो गई किसी का लंड मेरी चूत में नहीं गया है
बस घर में गाजर मूली लेकर टाइम पास कर लेती हूं.

मैंने कहा – भाभी आज से आपको नजर मुरली लेने की जरूरत नहीं है मैं अपना लंड आपके लिए हाजिर कर दिया करूंगा जब आपको जरूरत हो इसकी.

अब मैंने अपनी लोअर नीचे किया और भाभी के हाथ में अपना लंड दे दिया
जब भाभी ने मेरे लंड को पकड़ा तो भाभी ने मेरे कान में बोला और सच में तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है मजा आ जाएगा आज तो

अब मैंने भाभी को लिटा लिया और उनकी टांगों को ऊपर करके उनकी चूत में लंड पेल दिया जैसे ही भाभी की चूत में मेरा 7 इंच का लंड गया तो भाभी एकदम से चिल्ला उठी
मैं जल्दी से भाभी के मुंह पर हाथ रख दिया और कहा भाभी जी आपका घर नहीं हॉस्पिटल है थोड़ा ध्यान से

भाभी ने भी खुद पर कंट्रोल किया और खुद की मुहं पर अपना हाथ रख लिया और मैं अब भाभी की चुदाई करने लगा करीब 15 मिनट तक मैंने भाभी की चुदाई की और फिर भाभी की चूत में ही अपना माल निकाल दिया.

अब हम दोनों बैठकर और भाभी मेरे लंड से खेलने लगी और मुझे गले लगा कर सो गई अब कुछ देर बाद भाभी का मन कहां भरने वाला था तो भाभी ने उठकर मेरे लंड को चूसने लगी.

भाभी में लंड को बड़े ही मजे से चूस रही थी और कह रही थी काश पहले क्यों नहीं मिली तुम मुझे मैं ऐसे ही गाजर मूली ले रही थी इतना बड़ा बाजार मेरे पड़ोस में है और मैं बस बाजार से सब्जियां लेकर अपनी चूत में ले रही थी.

अब फिर से मेरा मूड बना और मैंने भाभी को घोड़ी बना लिया और भाभी की चूत में लंड पेल दिया

इसी तरह दोस्तों मैं भाभी की चुदाई की कहानी में अपनी पड़ोस की भाभी को उसे रात चार बार पेला और सुबह उठकर मैं अपने घर चला गया घर जाकर मैं नहाया था या ऑफिस गया और मेरी घरवाली को शाम को फिर से भाभी का कॉल आया की आज रात भैया को और भेज देना क्योंकि मां की तबीयत कुछ ज्यादा खराब लग रही है.

मेरी बीवी ने मुझे कहा कि यार दीदी का फोन आया था कह रहे थे कि आज रात आपको फिर से रुकना है.

मैंने जानबूझकर कहा यार यह कहां से पंगा ले लिया यार कल का और आज भी रुकना पड़ेगा.
मेरी बीवी बोली या कोई बात नहीं फिर भी पड़ोसी हैं पड़ोसी पड़ोसी के काम आएगा मैं गया और अस्पताल में जाकर मैंने देखा की सासू मां तो सो रही है

मैंने भाभी से कहा कि भाभी जी मैंने सुना है सासू मां की तबीयत खराब है.

भाभी बोली सासू मां की नहीं मेरी चूत की तबीयत खराब है उसकी तबीयत सही करनी है.

मैं हंस और भाभी को गले लगा लिया.

अब उन दोनों को खाना खिलाया और करीब 12:00 बजे कैसे शुरू हो गया.

आज मैं भाभी को बाथरूम में ले गया और भाभी को नंगी करके उनकी चूत गांड मारने को कहा
भाभी बोली मैंने कभी अपनी गांड नहीं मरवाई है.
मैंने कहा कोई बात नहीं आज मिलता लो.

अब मैं भाभी को घोड़ी बनाया और उनकी गांड में थोड़ा सा थूक लगाए और उनकी गांड में लंड पेल दिया और दमदार चुदाई करने लगा

भाभी चिल्लाते रही पर मैंने उनकी एक नहीं सुनी कुछ ही देर बाद भाभी को मजा आने लगा और भाभी बड़ी मजे से अपनी गांड में लंड पिलाने लगी तो इसी तरह मैं गरीब 20 मिनट तक चुदाई की और उनकी गांड में रस निकाल दिया फिर हम वापस रूम में आगे और फिर नर्स आई और उसने भाभी की सासू मां को नींद की गोलियां दी और सुला दिया.

फिर हमारा काम शुरू हो गया.

दोस्तों भाभी की चुदाई की कहानी में आज मैं भाभी को चोद रहा था तभी मैं अंदर से गेट बंद करना भूल गया और एकदम से नर्स आ गई नर्स ने एकदम से लाइट ऑन की तब मैं भाभी को घोड़ी बनाकर पेल रहा था और अपना लंड उनकी चूत में डाल रखा था. नर्स एकदम हमारे पास आकर बैठ गई.

यार यहां तो लाइव वीडियो चल रही है.

मैंने नर्स से कहा यार बताना मत मैं तुम्हें पैसे दे दूंगा.
नर्स बोली बताऊंगी नहीं और मुझे पैसे भी नहीं लेने पर यह तुम्हारा जो औजार है मुझे यह लेना है.

मैंने कहा चलो ठीक है ले लो आ जाओ.

अब नर्स को मैंने घोड़ी बनाया और उसकी चूत में भी लंड पेल दिया मैं कभी भाभी की चूत में लंड पेलता तो कभी नर्स की चूत में लंड पेलता

दोस्तों आज तो सच्ची में मजा आ गया था क्योंकि आज एक नहीं दो तो चुत लेने का मजा मिल रहा था
मैंने करीब आधे घंटे तक उन दोनों की चूत मारी और फिर मैं उन दोनों को नीचे बिठाया और मैं खड़ा होकर उनके मुंह पर अपना माल निकाल दिया.

अब नर्स से अपना मुंह साफ करके बाहर चली गई.

कुछ देर बाद है हमारा दरवाजा खटखटाया मैंने देखा कि एक और नर्स है हमारे रूम में आ गई और बोली कि भाई साहब मैंने सुना आपका लंड बहुत बड़ा है यार मुझे भी तो इसके दर्शन करवा दो.

मैंने कहा यार यह को खाने की चीज है जो तुम्हें भी दे दूं कल दोपहर को किसी होटल में मिलते हैं
सभी और वहां मैं तुम सब की ख्वाहिश पूरी कर दूंगा
उस नर्स ने कहा ठीक है हम तीन जने हैं और हम तीनों को आपको खुश करना होगा.
मैंने कहा ठीक है.

तो दोस्तों तो फिर वह नर्स वहां से चली गई और फिर मैंने भाभी को घोड़ी बनाकर एक बार फिर से उनकी गांड मारी और उनकी चुदाई का मजा लिया तो दोस्तों यह थी मेरी और भाभी की चुदाई की कहानी अगर आपको अच्छी लगी हो.

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