भाभी ने अपनी चूत की सेवा करवाई-Bhabhi Sex

मेरे पड़ोस में एक भैया और भाभी रहती थी और भैया का एक्सीडेंट होने से भाभी परेशान रहने लगी भैया बिस्तर पर थे और भाभी की चूत लंड मांग रही थी तब भाभी ने मुझे अपनी चूत की सेवा करवाई

दोस्तों मेरा नाम कुशल है और मेरी हाइट 5 फुट 8 इंच है और मैं दिखने में सांवले रंग का हूं.
मेरी उम्र अभी 24 साल की और मैं वाराणसी में रहता हूं.
मैं जिम जाता हूं मेरी बॉडी भी बिल्कुल सॉलिड और फिटिंग फिट है.


वैसे तो मुझे कोई भी लड़की अपना बॉयफ्रेंड बना ले
पर मैं लड़कियों से थोड़ा डरता हूं.
क्योंकि मैं अगर किसी को प्रपोज किया अगर उसने रिजेक्ट कर दिया तो मेरे दिल को बुरा लगेगा.

हमारे पड़ोस में एक भैया और भाभी रहते थे.
भैया की उम्र की बात करें तो 30-32 साल की होगी और भाभी अभी 26 साल की थी.

भैया का नाम जय था और भाभी का नाम कोमल था.
यह भाभी की चुदाई की कहानी कोमल भाभी की है.
उनका और हमारा घर आना जाना अक्सर लगा रहता था.

हम लोग एक परिवार कितना रहते थे.
वैसे मैंने भैया और भाभी का कर बुलाता था.
उनके घर में भैया भाभी और उनका एक छोटा बेटा था.
भैया और भाभी दोनों ही डॉक्टर थे और उन्होंने अपनी पढ़ाई के समय लव मैरिज की थी.

एक दिन भैया मार्केट गए तो उनका किसी बाइक के साथ एक्सीडेंट हो गया.
इस तरह का उनके सिर पर काफी चोट लगी.
इसकी वजह से उनकी बॉडी पैरालाइज्ड हो गई और उनकी बॉडी का कोई भी ऐसा काम नहीं कर रहा था.

अभी सारा दिन बेड पर ही पड़े रहते थे.
उनकी दवा चल रही थी उन्हें ऐसे हुए लगभग 1 साल से ऊपर हो गया था..
भाभी डॉक्टर हैं तो वह उनकी देखरेख करती थी

उन्हें किसी नर्स की जरूरत नहीं थी.
उनका घर भी अस्पताल के बिल्कुल पास ही था तो
वह दिन में कई बार आते जाती रहती देखभाल करती रहती थी और अपने पति की इस समस्या के कारण उन्होंने अपने बेटे को हॉस्टल में भेज दिया था.

भाभी अकेली ही सब कुछ काम किया करती थी
हॉस्पिटल जाती थी अपने पति को संभालते हैं
खाना बनाते सब कुछ खुद ही साफ सफाई का काम भी खुद ही करती थी

सारा दिन परेशान रहती थी जब उन्हें कोई काम होता था समय नहीं निकलता था तो मुझे क्या कहती थी.
वैसे मैं उनका मार्केट का काम नहीं किया करता था.
क्योंकि भाभी को इतना टाइम नहीं मिलता था.
कि वह खुद चलकर मार्केट जा सके जैसे राशन डालना सब्जी लाना गैस अगर आप सब कुछ काम

अब भाभी और मेरी आपस में बहुत अच्छी बनने लगी थी.
हम दोस्त की तरह रहते थे

भाभी जब भी अपने घर में कुछ नया और अच्छा खाने के लिए बनाते थे तो मुझे अपने घर पर जरूर बुलाते थे और मेरे घर में कुछ भी अच्छा बना था तो मम्मी उनके लिए भेज देती थी.

एक दिन की बात है शाम को भाभी का कॉल आया और बोली आज खाना मत खा लेना आज मैंने मटर पनीर बना रही हूं
मैंने कहा ठीक है पर मैं शाम को स्टडी खत्म करके करीब 9:00 बजे उनके घर और साथ में भाभी को कॉल भी आ रहा था.

जब मैं गया तो भाभी खाना बना कर तैयार बैठी थी पर वह उदास थी.
मैं गया बेड पर बैठकर

मैंने भाभी से पूछा भाभी जी क्या हुआ आप उदास क्यों लग रही हो.
तो भाभी ने सब कुछ बताने लगे तुम्हारे भैया का हाल दिनों दिन खराब होता जा रहा है.
कोई सुधार नहीं हो रहा है.
मैं अकेली उनकी देखभाल करने में परेशान हो जाती हूं.

उनको उठाना उनके साथ सफाई करना उनका टॉयलेट करवाना
सब कुछ मुझे करना पड़ता है पता नहीं कौन से बुरे कर्मों का फल मुझे भोगना पड़ रहा है
उनके दर्द भरी कहानी सुनकर मैं चुप रहा

बस उनकी बातें सुनता
भाभी आगे बोली तुम ही बताओ मैं क्या करूं 1 साल से ज्यादा हो गया.
भैया की फैमिली से कोई उनका हाल-चाल पूछने नही आया

मैं थक गई हूं और इतना कहते हैं भाभी रोने लग गई.
मैंने भाभी को कहा अभी आप चुप हो जाइए

आपको जब भी सहारे की जरूरत हो
आप मुझे बुला लिया करो क्योंकि मैं अभी स्टडी कर रहा था घर पर लगभग फ्री ही होता था.

भाभी ने मेरा सहारा पाया वह मुझे हग करके रोने लगी.
वह रोते हुए बताने लगी मेरी मम्मी पापा भी बोल रहे हैं.
कि अपनी पसंद से शादी की है देखा आज क्या हो गया और भाभी जोर जोर रोने लगी

मैंने भाभी को थोड़ा सहलाया और कहा भाभी भैया ठीक हो जाएंगे.
अब शांत हो जाओ
प्लीज क्योंकि भाभी को ऐसा देखकर मुझे भी कुछ अजीब सा लग रहा था.

मैंने भाभी को जोर से हग किया.
मुझे अपने सीने पर उनके बूब्स का दबाव महसूस हो रहा था..
मैंने भाभी की पीठ और ज्यादा सहलाने लगा
यह भाभी को साथ अच्छा लग रहा था कि मुझे और जोर से पकड़ कर अपनी चूचियों को दबाने लगी

मैंने भाभी को बहुत देर तक दबाया थोड़ी देर बाद भाभी शांत होगी
मैंने कहा चलो भाभी जी खाना खा लेते
भाभी बोली हां ठीक है चलो

मैं खाना लगती हूं हम दोनों खाने की टेबल के करीब के भाभी ने खाना लगाया.
मैंने भाभी से पूछा भाभी भैया ने खाना खा लिया
भाभी ने कहा उनसे ज्यादा खाना नहीं खाया जाता.
मैंने खिला दिया है उनका फ्रूट जूस दे दिया है दवा भी दे दिए और वह सो गए

एक खाली मेरे लिए खाना लगाकर
मैंने पूछा भाभी आपने खा लिया.

उन्होंने जवाब दिया नहीं तुम खा लो
मैं बाद में खा लूंगी भी भूख नहीं है
मैंने कब अभी आप भी साथ खाओ.
अकेले में खाने में मुझे मजा नहीं आता और अकेले में अच्छा भी नहीं लगता

वह बोली- यार मेरा मन नहीं है.
तुम खा लो मैं नहीं खाऊंगी
मेरी भूख तो वैसे ही मर गई है.

मैंने कहा- आप भी खाओ नहीं तो
मैं नहीं खाऊंगा.

फिर मैंने कहा आप ऐसा करो मेरे साथ खा लो भाभी ने गहरी सांस लेकर बोली अच्छा खा लेते हैं बाबा
पहले यह बताओ कि क्या तुम बियर पीते हो
एकदम से इस सवाल से मैं चौंक गया.

मैंने पूछा क्यों भाभी जी

भाभी बोली- बताओ तो सही

मैंने कहा कभी कबार पी लेता हूं.

भाभी बोली- ठीक है मैं लेकर आती हूं
भाभी अपने फ्रीज से दो बियर की बोतल लेकर आ गई.

भाभी बोली को एक तुम पियो एक में पीती हूं.

मैंने पूछा आप भी पीती हो

भाभी बोली हां कभी-कभी क्या करूं सारा दिन उदास रहती हूं और घर में इतना काम थक भी जाती हूं.

मैंने कहा- भाभी आप भी खाना साथ खा लो ना

भाभी बोली- पहले तुम खा लो तो

मैं अपने हाथों को खिलाने के लिए आगे हाथ लो खाओ लो नहीं तो अब मैं नहीं खाऊंगा.

भाभी बोली- ठीक है खा लेती हूं यार

फिर हम एक ही पेट में खाने लगे और साथ में बीयर पीने लगे अब काफी देर होगी हम दोनों बियर भी खत्म हो गई.

भाभी दो बोतल और लेकर आए

मैंने कहा- भाभी मेरा तो एक में ही काम हो गया मैं ज्यादा नहीं पीता हूं मुझे तो एक बोतल में नशा सा हो रखा है.
भाभी नहीं मानी तो मैं दूसरी बोतल भी पीना शुरू कर दिया

भाभी ने मुझसे पूछा कोई गर्लफ्रेंड है तेरी
मैंने कहा- नहीं
भाभी- कब बनाओगे
मैंने कहा- कोई बनती ही नहीं है मुझे डर भी लगता .

भाभी बिल्कुल पास में आकर बैठ गई और बोली अभी उम्र है थोड़ी मस्ती कर लो ठीक है नहीं तो शादी हो जाएगी बाद में कुछ नहीं कर पाओगे

मैं भाभी को चेहरे को समझ रहा था अब तक दूसरी बोतल भी खत्म हो चुकी थी.

मैंने कहा- भाभी बहुत देर हो गई है मुझे अब घर जाना होगा

मुझे नशा हो रहा है.

बहभी बोली मैंने तेरी मम्मी से बात कर ली हैआज तुन मेरे घर पर ही रहेगा.
भाभी बोली- गर्लफ्रेंड तो नहीं है आओ तुम्हें आज कुछ सिखाती हूं
मैं क्या-क्या बताइए
भाभी जी पास आई मुझे किस करने लगी.
भाभी बोली कभी किसी लड़की को किस किया है
मैंने कहा नहीं जी
भाभी बोली जाओ दरवाजा लगाओ.
मेरे पास आ जाओ

भाभी ने सब पहले से ही प्लान बना रखा था कि आज कुछ करेंगे.
भाभी मुझे फिर से किस करने लगे.
अब मुझे भी मजा आने लगा.
मैं भाभी का साथ देने लगा.
फिर मुझे बेड पर लेट कर किस करने लगे
मुझे बहुत मजा आने लगा.

भाभी के बूब्स उनके ब्लाउज से बाहर आने लगे
मैंने बीयर की मस्ती में कहा भाभी आपके ब्लाउज से कुछ बाहर आ रहा है.
भाभी बोली रुको ऐसे पूरा बाहर करती हूं.
उन्हें ब्लाउज को खोल दिया और उनके बड़े-बड़े बूब्स बाहर आ गए.

भाभी बोली अच्छे है ना चलो अब एक को अपने मुंह में ले लो और मेरा दूध पियो
उन्होंने मेरा सिर पकड़ और अपने बूब्स पर रख दिया.
मैंने उनके दूध के निप्पल को अपने होठों में भरकर पीने लगा.
उनकी छाती से दूध तो नहीं आ रहा था.
पर मजा बहुत आ रहा था.

दोस्तों भाभी की चुदाई की कहानी में मैं उनके दोनों बूब्स को बड़े मजे से चूस रहा था.
भाभी बोली चलो फूदी चुसवाती हूं.
यह कहकर उन्होंने अपनी साड़ी उतार दी
पेटीकोट में आ गई.
उन्होंने मेरी आंखों में वासना देखा और अपने पेटिकोट की डोरी भी खोल दी.
अब भाभी बोली- तुम भी नंगा हो जा
मैं बनियान शॉर्ट्स में था.

भाभी बोली सच बताना अभी सेक्स किया है.
मैंने कहा सच में बताऊंगा भाभी जी कभी नहीं किया
मैंने तो आज तक किसी की चूत तक नहीं देखी वीडियो में देखी है.
सिर्फ पर हां मैंने सेक्स स्टोरी वासना पर भाभी की चुदाई की कहानी बहुत पढ़ी है.

भाभी बोली क्या यार इतने बड़े हो गए.
अभी तक लंड के साथ कुछ किया नहीं मुट्ठी मारी है.
भाभी अपनी बड़े-बड़े बूब मसल रही थी.

भाभी बोली ठीक है चलो आज तुम्हें चुदाई का मजा देता हूं.
यह कर कह कर भाभी ने भी बनियान और शॉट भी उतार दिया
अब मैं अंडरवियर में था उन्होंने अपने पेंटी भी उतार दी मेरा गला सूखने लगा था.
सच में भाभी की फुद्दी क्या लग रही थी.
यार आज जिंदगी में पहली बार मैंने किसी की चूत देखी थी.
उनकी चूत देखकर ऐसा लग रहा था कि उनका बेटा भी है एकदम सलीम बॉडी पतली कमर नीचे से चौड़ी हिप्स कमाल की थी यार सेक्सी जैसा मैं कहानियों में पढ़ा था.

उन्होंने मेरी अंडरवियर उतार दी और मैं खड़ा था.
दोस्तों मैं मेरे लंड की बात करूं तो मेरा लैंड 7 इंच का था और ढाई इंच मोटा था
भाभी अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी.
भाभी की चुदाई की कहानी में लंड को सहलाते हुए बोली काफी लंबा मोटा है क्या किया है.

इसे बड़ा करने के लिए ज्यादा मुठ मारने से तो बड़ा नहीं हो गया.
मैंने कहा नहीं भाभी
बस कभी-कभी
वह बोली अच्छा ज्यादा शरीफ मत बनो..

मैं कुछ नहीं बोला

उन्होंने मेरे लंड को पकड़कर चूसना शुरू कर दिया.
मैं बेड पर चला गया
अब भाभी बोली चलो 69 में आते हैं
हम दोनों लेट के और 69 की पोजीशन में आ गए.
भाभी मेरे लंड चूसने लगी और मैंने उनकी चूत पर मुंह रख दिया.
मैंने कभी किसी की चुत नहीं चूसी थी तो मैं जैसे ही उनकी चूत पर अपना मुंह रखा तो मुझे एक बार तो अजीब लगा पर उनकी चूत की मादक खुशबू मुझे मदहोश कर रही थी और मैंने पॉर्न वीडियो में देखा है की लड़कियों की चूत चूसने में बहुत मजा आता है.

मैंने उनकी चूत को चूसना शुरू कर दिया.
उनकी चूत से निकल रहा पानी का स्वाद खट्टा खट्टा सा था पर मजा आ रहा था.
थोड़ी देर बाद है मैं एक उंगली से उनके चूत में करने लगा और साथ में उनकी चूत को भी चाटने लगा
थोड़ी देर में भाभी झड गई
उनकी चूत से बहुत सारा पानी निकाला और मैं वह सारा पानी पी गया.
मुझे बहुत मजा आया

भाभी ने कहा चलो आ जाओ चुदाई करते हैं.
मैंने भाभी की चुदाई के पोजीशन में किया और उनकी टांगों को अपने कंधों पर रखा और लंड को चूत में घुसने की कोशिश करने लगा पर लंड फिसल गया.

भाभी बोली अरे तुम तो बिल्कुल ही नए हो इस काम में
उन्होंने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ा चुत पर सेट किया.
बोली लगाओ झटका
मैंने एक जोर से धक्का दिया और मेरा आधा लंड उनकी चूत में घुस गया.
भाभी पूरी तरह से हिल गई और बोली क्या कर रहा है साले थोड़ा धीरे
मैंने कहा क्या हुआ भाभी
ज्यादा दिक्कत हो रही है.

भाभी बोली साले तू तो एकदम ही बुद्धू है.
बाहर नहीं निकालना रुक जा थोड़ी देर में कुछ देर रुका
अब भाभी ने कहा ऐसे कर एक और धक्का मार और पूरा पेल दे लंड मेरी चूत में

मैंने एक और धक्का दिया इस बार मेरा पूरा लंड उनकी चूत की गहराई में दस गया और इस बार भाभी की चीख निकली

अब भाभी बोली कुछ देर रुक
भाभी हंसी और बोली तुम तो बिल्कुल ही नादान है.
मैं उनकी एक दूध को चूसने लगा और साथ में तेज तेज धक्के लगाने लगा
करीब 10 मिनट बाद वह शांत होगी
मैंने कहा बहुत जल्दी हो गया
भाभी जी बोली यार मेरा जल्दी नहीं तुम्हारा लेट हो रहा है

अब मैं अपनी चुदाई की स्पीड को और तेज कर दिया.
करीब 10 मिनट बाद में मेरा होने वाला था
तो मेरा शरीर एकदम से अकड़ने लगा.

दोस्तों मेरा यह पहली चुदाई थी तो मुझे बहुत मजा आ रहा था

मैंने भाभी को कहा भाभी मैं होने वाला हूं.

भाभी ने कहा कोई बात नहीं अंदर ही निकाल दो कुछ नहीं होगा.

मैंने लंड का पानी उसकी भाभी की चूत में निकाल दिया.
मेरे शरीर को शांति सी मिल गई.

मेरा हाथ उनकी गांड पर चला गया
मैंने भाभी को कहा भाभी आपकी गांड बड़ी मस्त है.
थोड़ा स्वाद आपकी गांड का मिलेगा.
भाभी बोली एक ही दिन में सब कुछ करना है बड़े चालाक बन रहे हो

मैंने कहा हां आज तो मना मत करो मुझे आपको आगे से ज्यादा पीछे का माल ज्यादा पसंद है.
भाभी हंस कर बोली आज तक पीछे वाला क्षेत्र मैं तुम्हारे भैया को नहीं चोदने दिया
लेकिन तुम्हें आज खुली छूट है.
पर देखो ध्यान से मैंने कभी पीछे किया नहीं है और ऊपर से तुम्हारा यह 7 इंच का लंड

मैंने भाभी की गांड में ढेर सारा थूक लगाया और उंगली डालना शुरू कर दे
भाभी बोल आराम से कर यार
मैंने उंगली को थोड़ा आगे पीछे किया तो भाभी को मजा आने लगा
भाभी बोली रुको यार थूक से काम नहीं चलेगा.
भाभी डॉक्टर थी तो उन्हें पता था कि थूक से काम नहीं चलेगा

उन्होंने पास में पड़े एक टेबल पर क्रीम उठाई और अपनी गांड पर लगा दिया और मेरे लंड पर भी लगा दे

मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और उनकी गांड पर लंड सेट किया
उनकी गांड में अपना लंड सेट किया
एक ही झटके में लंड पेल दिया
भाभी एकदम से चिख निकल गई

मैंने देखा की भाभी की आंखों से आंसू आ गए थे.
भाभी बोली या थोड़ा ध्यान से करो जानू
गांड में दर्द हो रहा है
मैंने कहा सॉरी

भाभी बोली- बाहर निकालो तुम्हारा लंड बहुत मोटा है
मैं कुछ देर रुका और साथ में उनकी चूत में उंगली करता रहा

उनकी गांड की चुदाई करने लगा करीब 15 मिनट बाद मैंने अपना माल की गांड में छोड़ दिया
भाभी बोली आज तो तुमने मेरी गांड फाड़ दी जानू
मैंने पूछा भैया ने आपकी गांड क्यों नहीं मारी
भाभी बोली नहीं यार मुझे डर लगता है और मैंने सेक्स स्टोरी वासना पर कहानी भी पढ़ी है की गांड मराने में बहुत दर्द होता है

अब हम दोनों को नींद आ गई
सुबह मुझे भाभी ने उठाया और बोली उठो मेरी गांड में दर्द हो रहा है.
सिकाई करो

मैंने देखा की भाभी ने नाइटी पहन रखी थी
उन्होंने तुरंत उतार कर और उतार दी और पेंटी उतार कर घोड़ी बन गई
मैं सिकाई करने लगा तो मेरा फिर से मन करने लगा
मैंने काफी सारा थूक निकाला

उनकी गांड में लंड पेल दिया
भाभी बोली साले क्या कर रहा है सिकाई करनी है चुदाई नही

मेरा लंड उनकी गांड में था तो भाभी कुछ नहीं बोली 10 मिनट तक तगड़ी चुदाई के बाद मैंने अपना माल उनकी गांड में छोड़ दिया और साथ में लेट गया.

भाभी बोली तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूं तुम्हारी हूं

जब मन कर चोद लेना
मैं उठा कपड़े पहन कर अपने घर चला गया.
उसे दिन भाभी हॉस्पिटल में भी नहीं गई क्योंकि उन्हें बहुत दर्द हो रहा था
तब से आज तक मैं भाभी को रोज शाम को चोद कर अपने घर आ जाता हूं

दोस्तों आपको भाभी की चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेट करके जरुर बताएं……

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