आज की भाभी हॉट सेक्स चुदाई में मैं मजदूर से अपनी चूत की चुदाई करवाने लगी थी और एक दिन में चुदाई करवा रही थी तो शहर से आया हुआ मेरा देवर ने मुझे चुदाई करते हुए देख लिया फिर क्या…..
भाभी Xxx कहानी में मेरा नाम पार्वती है.
आपने मेरी पिछली कहानी मजदूरों के साथ मेरी चुत की सेक्स स्टोरी
में पढ़ा होगा कि मेरा पति एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और वह शहर में काम करता है.
मेरी चुदाई को चार महीने हो चुके थे.
पर अभी तक मेरी चूत में किसी का लंड नहीं गया था
मैं लंड के बिना तरस चुकी थी.
एक दिन भगवान ने मेरी सुन ली और मैं खेत में गई.
वहां मैं एक मजदूर का लंड देखा
और फिर उसे मजदूर ने मेरी धक्का पल चुदाई की
और फिर दूसरे दिन भी उसे मजदूर के साथ-साथ जितने भी मेरी चूत की चुदाई की
अब यहां से शुरू होती है आज की हमारी नई चुदाई की कहानी.
मैं तीसरे दिन भी अपने खेत गई और वहां आज वही तो मजदूर अपने लंड को तैयार करके मेरी चूत कोचोदने के लिए तैयार बैठे थे.
मैं गई और उनका खाना देने पर आज भी मैंने उनसे अपनी चूत की चुदाई करवाई सबसे पहले रामलाल ने अपना लंड निकाल कर मेरे मुंह में दे दिया उसका दोस्त मेरी साड़ी को खोलने लगा
मैंने कहा यार कोई आ जाएगा और मुझे नंगी मत करो.
उसके दोस्त ने कहा आज हमारे अलावा खेत में कोई नहीं है तो डरने की कोई बात नहीं है.
उन्होंने मुझे बिल्कुल नंगी कर लिया और उसका दोस्त मेरी चूत को चाटने लगा और उधर रामलाल ने मेरे मुंह में लंड पेल दिया.
अब मैं बड़े मजे से रामलाल के लंड को चूसने लगी और उधर उसका दोस्त है
दोनों में मेरी चूत में अपना मुंह गाढ़ दिया
वह बड़े मजे से मेरी चूत को चूस रहा था और एक हाथ से मेरे बूब्स को दबा रहा था
आज सच में दोस्तों मुझे बहुत मजा आ रहा था
अब दिनु खड़ा हुआ और अपने लंड को निकाल कर मेरी चूत की गहराई में डाल दिया और मेरी चूत को चोदने लगा और उधर रामलाल मेरे मुंह को चोद रहा था.
करीब 10 मिनट तक दोनों मेरी चूत को चोदता रहा और फिर उसने कहा या रामलाल इसकी गांड बड़ी मस्त लग रही है मैं तो इसकी गांड मारूंगा.
मैंने कहा नहीं यार मुझे गांड नहीं मरवानी मैंने कभी भी किसी से गांड नहीं मवाई है.
पर उसने एक नहीं सुनी अपने लंड पर तोड़ थूक लगाए और एक उंगली को मेरे गांड में डाल दिया मुझे बहुत दर्द हुआ मैं चीखने लगी फिर से दो उंगली डाली तो मेरा बुरा हाल हो गया.
अब उसने काफी सारा दुख मेरी गांड पर लगाया और एक ही झटके में अपना लंड आदि से ज्यादा पेल दिया
अब मैं छह कर भी चीख नहीं सकती थी क्योंकि रामलाल ने मेरे मुंह में लंड ठुस रखा था.
अब मैं रोने लगी मेरी आंखों से आंसू आने लगे पर वह दोनों कमीने नहीं रुक मुझे सच में बहुत दर्द हो रहा था.
अब दोनों में एक और झटका मार और अपना लंड मेरी गांड में पूरा जड़ तक पेल दिया.
फेसबुक से पटाकर पड़ोसन की चुदाई
अब मैं धक्का देखकर रामलाल को दूर किया और उसका लंड मेरे मुंह से बाहर निकाल.
और उन दोनों को गालियां देने लगी भोसड़ी वालों मैं तुम्हें अपनी चुत देने आई थी और तुमने मेरी गांड फाड़ दी साले कुत्तों कमीनों मादरचोद हो मैंने चूत मारने के लिए…….
दिनु बोला- बहन की लोहड़ी चुपचाप पड़ी रे नहीं तो दोनों लंड एक साथ डाल देंगे बाद में मत कहना कि चला नहीं जा रहा और हगने में दिक्कत हो रही.
मैं चुपचाप लेटीरही हूं मेरी गांड को चोदता रहा करीब 5 मिनट बाद मुझे भी मजा आने लगा.
मैं भी गांड उठा उठा के अपनी गांड को मरवाने लगी और उधर दोनों भी बोल यार मुझे इसकी चुत मारनी है अब मैं क्या करती उन दोनों ने मेरी बुरी हालत कर रखी थी.
अब उन्होंने मुझे खड़ी किया और रामलाल ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया.
गोद में उठाने के बाद रामलाल ने अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया और मेरा वजन काफी ज्यादा था तो एक ही झटके में उसका लंड मेरी चूत में सारा का सारा समा गया.
मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ पर चूत में लंड लेने से मजा बहुत आया अब मैं कुछ सोच पाती उससे पहले ही दिनु ने पीछे से आकर मेरी गांड में लंड पेल दिया और मुझे बोला उछल रंडी.
अब मैं भी मजबूरी में क्या करती उछलने लगी और अब मेरी चूत और गांड में दोनों में मजे आ रहे थे.
आज की इस हिंदी सेक्स स्टोरी में सच में दोस्तों मुझे इतना मजा आ रहा था जितना मुझे जिंदगी में नहीं आया था.
आज मेरी चूत और गांड दोनों की चुदाई हो रही थी.
अब करीब 20 मिनट तक वह मेरी गांड और चूत को पढ़ते रहे.
और मैं थक गई मैंने बोला यार मैं बहुत थक गई हूं मुझे नीचे उतरे और मेरी गांड और चूत में बहुत दर्द होने लगा है.
फिर उन्होंने मैं तुझे नीचे उतरा और दिनु ने मेरे मुंह में लंड पेल दिया और रामलाल तो साला मेरी चूत को फाड़ने वाला था.
करीब 20 मिनट तक उन्होंने मेरी चुदाई और की और रामलाल ने अपना सारा का सारा माल मेरे मुंह पर निकाल दिया मेरे मुंह का सारा मेकअप खराब कर दिया.
और उधर दीनानाथ ने मेरी गांड में अपना माल निकाल दिया
और इस तरह हुई मेरी आज की चुदाई अब मैं चुदाई करके नॉर्मल आज भी अपने घर गई घर पर मेरा देवर आया हुआ था.
मैंने उसको कहा और देवर जी कैसे हो आज कैसे एकदम से आना हुआ.
मुझे बोला कुछ नहीं भाभी बस 1 घंटे पहले आया हूं और आते ही सीधा खेत गया और खेत में आपको देखा क्या वह खाना देने गए हो तो मैं जाकर देखा कि आप उनको खाना खिला रहे हो.
सासू मां ने मुझे डांटे हुए हुआ साली वह मजदूर हैं उनका खाना क्यों खिला रही थी.
देवर जी ने बात बदलते हुए कहा मतलब कि उनका खाना खिलाकर वापस आ रही थी.
मैं समझ गई कि मुझे देवर जी ने चुदाई करते हुए देख लिया है.
मैंने देवर जी से कहा देवर जी आप लिए मुझे आपसे कुछ बात करनी है आपके भैया के बारे में.
मैं अपने देवर राहुल को अपने रूम में लगी और रूम में जाकर गेट बंद कर लिया और वहां जाते ही मैंने उसे कहा मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूं प्लीज अपने भैया को कुछ मत कहना नहीं तो मुझे तलाक दे देंगे.
देवर जी भी साले बहुत कमीनी निकले उसने कहा कोई बात नहीं भाभी उसके लिए थोड़ी सी फीस लगेगी.
मैंने सोचा साला कुछ पैसे मांगेगा दे दूंगी और बात चल जाएगी.
पर वह बोला भाभी मुझे आज रात आपकी चूत चाहिए.
मैंने कहा यार यह कैसे संभव हो सकता है.
देवरा बोला कि जब मजदूर आपकी चूत और गांड एक साथ बजा सकते हैं और वह भी आपको गोदी में उठाकर तो मैं तो फिर भी जागीरदार का बेटा हूं और ऊपर से आपका देवर तो मैं तो आपकी चूत और गांड दोनों को मारूंगा.
मैंने कहा चलो ठीक है पर अभी पापा जी घर पर नहीं है और तुम खेत का राउंड लगा हो और मम्मी जब सो जाएंगे तो तुम मेरे रूम में आ जाना
मैं अब खुश हुई कि अब मुझे सालों मजदूरों से अपनी चूत की चुदाई नहीं करवानी पड़ेगी और घर में ही लंड का इंतजाम हो गया
शाम हुई हम सब ने खाना खाया और रात को सोने के लिए चले गए राहुल बोला भाभी जी मुझे आपसे बहुत जी भर के बातें करनी है तो क्या मैं आपके साथ सो जाऊं.
मम्मी जी बोली ठीक है बेटा सो जाओ कोई नहीं बस भाभी को सोने देना कहीं सुबह उठना पे बेचारी इसके घर का काम भी बहुत होता है.
हम दोनों रूम में पहुंचे कुंडी लगाई और मम्मी अपने रूम में चली गई थी.
राहुल रूम में आते ही मुझे बेड पर पटक कर मुझे किस करने लगा.
मैं राहुल को बोला इतनी भी क्या जल्दी है पूरी रात पड़ी है जितना जी भर के किस कर लेना चुदाई कर लेना सारी रात तुम्हारी हो और हां यहां कितने दिन रहने वाले हो.
राहुल बोला भाभी जी मेरी पढ़ाई पूरी खत्म हो गई है कम से कम दो से तीन महीने तक जरूर आऊंगा.
मैं बहुत खुश हुई कि अब 3 महीने लंड का इंतजाम हो गया है और कहीं जाने की जरूरत नहीं है.
अब मैं भी राहुल को किस करने लगी हम दोनों 10 मिनट तक किस करते रहे और फिर हम अपने अपने और दोनों बिल्कुल नंगे हो गए
मैं राहुल को कहा राहुल आज तुम पॉर्न वीडियो में जैसे सेक्स करते हैं उसकी तरह सेक्स करना उन सालों मजदूर को तो लंड डालना आता है और कुछ नहीं.
राहुल बोला ठीक है भाभी जी उसने मुझे लेट आया और काफी देर तक मेरी चूत को चटता रहा और इस बीच में एक बारी झड़ गई.
अब राहुल खड़ा हुआ और मुझे नीचे बिठाकर मेरे लंड को चूसने लगा उसने मेरे बालों को पकड़ा और पूरा-पूरा लंड मेरे मुंह में पेल दिया.
राहुल का लंड भी काम नहीं था उसका लंड भी 8 इंच का और 3 इंच मोटा था उसे मजदूर से भी मोटा था.
मैं मन ही मन खुश हुई कि अब तो लंड की बरसात हो चुकी है.
यह जाएगा तब मजदूर और मजदूर हो जाएंगे इसके भैया और इसके भैया ना होंगे तब यह यानी कि अब कभी भी मुझे लंड की कमी महसूस नहीं होगी.
फिर कुछ देर मैं उसका लंड चूस तेरी ही फिर उसने मुझे बेड पर लिताया और मेरी टांगों को उठाकर अपने कंधों पर रखा और मेरी चुदाई करने लगा करीब 10 मिनट तक वह चोदता रहा फिर उसने कहा भाभी हम घोड़ी बन जाओ घोड़ी बनने के बाद उसने मेरी गांड में लंड पेल दिया मुझे पता ही नहीं चला कि कब उसने लंड मेरी गांड में डाल दिया.
गरीब 10 मिनट तक वह मेरे गांड चोदता रहा फिर छाती पर आकर बैठ गया और मेरे बूब्स को पकड़ कर अपने लंड को मेरे बूब्स को चोदने लगा.
करीब 5 मिनट बाद उसने अपना सारा माल मेरे बस पर निकाल दिया और मेरे बस को चूसने लगा साला अपना मजाक खुद ही चाट चाट और फिर इस मजे को मेरे मुंह में उड़ेल दिया और बाद में किस करने लग गया.
हम नंगे ही एक दूसरे को किस करते रहे फ्री आधे घंटे बाद उसका लंड फिर से खड़ा हो गया और फिर हम 69 की पोजीशन में आए और दोनों एक दूसरे के अंगों को चूसने चाटने मजा लेने लगे.
उसे रात हमने करीब पांच बारी सेक्स किया उसमें से दो बार उसने मेरी गांड मारी तीन बारी मेरी चूत मारी.
पूरी रात है हम 3:00बजे अरे हमें चुदाई करने में बहुत मजा आया
अब मैं रोज रात को राहुल के साथ सोती और अपनी गांड मरवाती कभी चूत मरवाती और वह भी अलग-अलग पोज में.
तो दोस्तों यह थी मेरी दूसरी सच्ची कहानी जिसमें मैं मजदूर के साथ-साथ अपने देवर से भी चुद गई
अगली कहानी में म बताऊंगी कि में एक दिन दिन में अपने देवर से अपनी गांड पिलवा रही थी तो मुझे मेरे ससुर जी ने देख लिया और फिर राहुल के जाने की बात है मुझे एक और लंड मिला यानी कि मेरे ससुर जी का और मैं अब रोज किसी ने किसी का लंड लेने लगी यानी मैं अब पूरी तरह से रंडी बन चुकी थी.
तो दोस्तों आपको मेरी यह कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हां आप मुझे जरूर बताना कि आपको कभी मेरे जैसी रंडी मिली है………….
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