नौकर को पटाकर उससे सील खुलवाई

आज की हिन्दी xxx कहानी मे मैंने अपने नौकर से अपनी चुत की सील खुलवाई इस कहानी मे मैं आपको बताऊँगी की मैंने अपने ही नॉकर को पहले पटाया ओर फिर उससे अपनी चुत ओर गांड कि चुदाई करवाई। चलिए जानते है ये सब कैसे हुआ

आज की नौकर ओर मालकिन की चुदाई की कहानी मे मेरा नाम मालिनी है ओर मैं अभी शादी शुदा हूँ ये कहानी शुरू होती हैआज से तीन साल पहले जब मैं कुंवारी थी ओर मैं जवान हो चुकी थी ओर मेरी चुत मे खुजली होने लागि थी ओर मैं अपनी चुत मे किसी का बड़ा औजार लेना चाहती थी।

हमारा घर बहुत बड़ा था। पापा ने मेरे लिए एक अलग से एक लड़के को रख रखा था जो मेरी सेवा किया करता था वो हमेशा मेरे घर पर ही रहता था ओर मेरी हर बात माना करता था।

एक दिन मैंने राजू ( मेरा पर्सनल नौकर) नहा रहा था तो मैंने चुपके से उसे देखा तो उसका औजार देख आकर मैं हैरान हो गई।

उसका औजार बहुत बड़ा था
सच मे दोस्तों मैंने ये सोच ही नहीं था की राजू का भी इतना बड़ा हो सकता है
मैंने अपने रूम मे वापसी आ गई ओर अपनी चुत को सहलाने लगी ओर मन ही मन मे राजू के लंड को लेने के लिए तरीके ढूँढने लगी की कैसे इसको पटाया जाए।

मैं दूसरे दिन सुबह उठी ओर शाम तक मैं राजू के सामने छोटे छोटे कपड़ पहन कर गुमती रही जिससे राजू की नजर मेरे भूखे शरीर पर पढ़े

शाम हुई ओर सब ने खाना खाया ओर मैं राजू को अपने रूम मे ले आई।
मैंने उससे कहा की मेरा शरीर दर्द कर रहा है तो मेरे शरीर की मालिश कर दो
राजू तेल गर्म करके मेरे रूम मे या गया ओर मैं भी उलटी लेट गई।
आज मेरा पूरा मूड था की मैं आज राजू से अपनी चुत का पानी जरूर निकलवाऊँगी।

अब वो मेरे पैरों की मालिश कर रहा था तो वो धीरे धीरे मेरे पैरों की तरफ आने लगा ओर मेरी जांघ तक पहुँच गया ओर फिर क्या मैंने सोचा की मैं एक दम सही रास्ते पर जा रही हूँ ओर मेरी चुदाई बस काम ही दूर है।

वो धीरे धीरे उसके हाथ मेरी चुत को छूने लगे ओर फिर मैं वासना मे डूब गई।
अब उसके हाथ मेरी चुत पर पहुँच गए तो रामू बोल की मेम साहिब यहाँ भी कर दूँ क्या मालिश।

मैंने कहा तूँ कर सकता है यहाँ की मालिश।
राजू बोला जी मेम साहब मैं का सकता हूँ।
मैंने कहा- पहले किसी की है क्या मालिश यहाँ की।
राजू – गावं मेर मेरी भाभी की करता हूँ मैं ऐसे ही यहाँ की मालिश वो तो मेरा चुस्ती भी है।

मैंने कहा- तूँ तो जवान हो गया मैं तो सोच रही थी की अभी तक बच्चा है।
अब राजू मेरी चुत को मसलने लगा उसने कहा मेम साहिब ये अपनी पेन्टी बीच मे रुकावट डाल रही है निकाल दूँ क्या इसे।

मैंने उससे कहा की निकाल दे तुझे दिक्कत दे रही है तो पर मलिस मे कोई कमी नहीं आनी चाहिए।

अब मैं सिर्फ ऊपर टी-शर्ट्स पहने हुए थी ओर नीचे कुछ नहीं पहन मेरी कुंवारी चुत उसके सामने थी।

राजू ने मेरी चुत पर काफी सारा तेल गिराया ओर मालिश करने लग गया ओर जैसे ही किसी मर्द का हाथ मेरी चुत को टच हुए तो मेरे शरीर मे अजीब सी हलचल हुई।

अब राजू ने मेरी चुत मे एक उंगली डाल दी ओर मेरी चुत को अंदर से मसलने लगा ओर बोल की मेम साहिब आपनी ये बहुत गरम ओर टाइट है।
मैंने उससे कहा की आजन पहली बार किसी मर्द का हाथ इससे पास मे आया है तो गर्म तो होगी ओर अभी मैं सील पैक हूँ तो टाइट तो होगी न।

अब राजू ने मेरी चुत को मसलता रहा ओर कुछ ही देर मे मेरी चुत ने पानी छोड़ दिया ओर मैं निडाल होकर लेट गई अब राजू ने मेरी चुत को छोड़ ओर मेरे पेट पर मालिश करने लग गया ओर कुछ ही देर मे उसके हाथ मेरे बूब्स पर पहुँच गए ओर मसलने लगा ओर उसने बिना पूछे हुए मेरे ऊपर के कपड़े निकाल दिए ओर उसने मेर ब्रा को भी निकाल दिया।

अब मैं बिल्कुल नंगी थी ओर अब राजू बड़े मजे से मेरे पूरे शरीर की मालिश का रहा था ओर फिर अब मेरे से कंट्रोल नहो हो रह था तो मैंने उसे कहा की यार बस करो अब मालिश अब दिसरी मालिश करो।

अब राजू ने अपने कपड़े निकाल दिए ओर अपनी अन्डरवियर भी निकाल दी ओर अब उसका खड़ा हुआ लाँड़ मेरे सामने था उसका लंड मैंने उस दिन दूर से देखा था तो मुझे काफी बड़ा लगा था पर मैंने आज सही से देखा तो उसका लंड सच्ची मे बहुत बड़ा था।

मैंने उसे हाथ मे पकड़ा ओर आगे पीछे करने लगी मैंने राजू से कहा की राजू ये बहुत बड़ा है इतना बड़ा कैसे कर लिया तूने इसे।

राजू कुछ नहीं बोल मेरी चुत पर अपना मुह रख दिया ओर मेरी चुत को चाटने लग गया ओर मेरी अब सिसकारियाँ निकालने लग गई।

मैंने उससे कहा की यार राजू कुछ करो न अब रहा नहीं जाता।

उसने अपने लंड पर काफी सारा तेल लगाया ओर मेरी चुत पर उसने पहले से तेल लगा रखा था। अब वो मेरी चुत पर अपना लंड रगड़ने लगा ओर मेरी जान सी निकालने लगी।

मैंने राजू से कहा की राजू क्यू तड़फ रहा है अपनी मालकिन को डाल भी दे यार अंदर।

राजू ने अब अपना लंड को मेरी चुत मे डालना शुरू कर दिया ओर मैं खुश थी की आज मेरी सील खुलने वाली थी।

अब राजू मेरे ऊपर आ गया ओर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए ओर एक झटके मे अपना आधा लंड मेरी चुत मे उतार दिया।

जैसे ही उसका 6 इंच का लंड मेरी चुत मे गया तो मेरी जान ही निकल गई ओर मैं चिल्लाने लगी पर राजू को पता था मैं चिलाऊँगी तो उसने पहले ही मेरे होंठ को लॉक कर दिया था।

अब राजू कुछ देर रुक ओर उसने एक ओर जोर से झटका मारा ओर अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चुत मे उत्तार दिया ओर फिर क्या जब उसका पूरा लंड मेरी चुत मे गया तो अब मेरी आँखों से आँसू आने लग गए।

अब मुझे सच मे बहुत दर्द हो रहा था ओर मैं राजू को दूर धक्का देने लग गई।

राजू ने मुझे काबू पकड़ रखा था तो मैं उसे दूर नहीं कर पाई ओर फिर राजू मुझे किस करने लग गया।

आज की अन्तर्वासना कहानी मेरी पहली चुदाई हुई ओर मेरी सील खुल गई ओर मुझे दर्द साथ साथ ये भी खुशी हो रही थी की अब मैं रोज राजू का लंड ले सकती हूँ ओर अपनी चुत की भूख मिटा सकती हूँ।

अब राजू ने झटके मारने शुरू कर दिए ओर अब मुझे भी मजा आने लग गया। ओर मैं अपनी गांड उठा उठ कर झटके मारने लग गई।

अब राजू की स्पीड काफी बढ़ गई ओर उसने मुझ करीब 20 मिनट तक मेरी चुदाई की ओर फिर वो मेरी चुत मे ही झड़ गया ओर मैंने भी अपना पानी निकाल दिया था उसके चुदाई के दौरान।

हम दोनों ऐसे ही नंगे ही लेट गए ओर कुछ ही देर मे राजू के लंड को मैंने दुबारा से खड़ा का दिया ओर उसे बिना कुछ बोले ही बड़े मजे से चूसने लग गई ओर अब की बार मैंने उससे कहा की तुम मेरी गांड भी मारो।

राजू खड़ा हुआ ओर मेरी गांड मेरी गांड मे काफी सारा तेल लगाया ओर थोड़ा स तेल अपने लंड पर भी लगाया ओर मेरी चुदाई करने लग गया।

जैसे ही राजू ने मेरी गांड मे लंड डाला तो मुझे ऐसा लागा की किसी ने गर्म गर्म सरिया मेरी गांड मे डाल दिया हो।

राजू को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा की मुझे दर्द हो रहा है वो तो बस मेरी चुदाई करने मे लगा हुआ था मेरी गांड की।

करीब 15 मिनट चुदाई के बाद राजू ने अपने लंड को मेरी गांड से बाहर निकाला ओर मेरे ऊपर आ गया ओर मेरे बूब्स पर रगड़ने लगा।

कुछ ही देर मे उसने अपना सारा माल मेरे बूब्स पर निकाल दिया ओर फिर मैंने उसके लंड को चूस कर साफ कर दिया।

अब हम दोनों उठे ओर बाथरूम मे चले गए ओर एक दूसरे को साफ किया ओर फिर एक बार मैंने फिर से चुदाई कर दी।

जितनी भी मेरी बहने ये कहानी पढ़ रही है सच मे बताना की पहली चुदाई के कितना मजा आता है ओर जो लड़के ये कहानी पढ़ रहे है वो बताना की पहली चुदाई मे तुम्हें कितना मजा आया था।

अब मैं रोज ही राजू से अपनी चुदाई करवाने लग गई ओर करीब मेरी शादी तक मैंने उससे अपनी चुत ओर गांड मरवाई ओर सच मे मैंने जो जींदगी जी थी मुझे अब भ याद आती है ओर मैं अब भी यही सोचती हूँ की काश मुझे अब भी मेरी चुत की खुजली मिटाए।

शादी के बाद मेरा पाती तो साला एक दम ही काम का नहीं बस एक बार चुदाई करता है ओर थक जाता है मैं उसे कहती हूँ की मुझे ओर चुदाई करनी है साला आगे से कहता है की मेर से इतना ही होगा तुझे भूख है तो कहीं से अपनी गांड मरवा ले।

मैं कसमसा कर सो जाती हूँ।

पर कहते है न की भगवान सभी को कुछ न कुछ देता है ओर मुझे भी वो मिल जो मुमझे चाहिए था।

हमारे एस घर मे भी एक मेल मैड आया यानि मेरे ससुराल मे तो मैंने सोचने लग गई की मैं इससे अपनी चुत कीभूख शांत कर सकती हूँ।

तो फिर क्या मैंने अपनी चुत की भूख को अपने घर के नौकर से अपनी चुत की भूख मिटाई।

अगर आप जानना चाहते हो तो अगली कहनी मे जरूर आए जहां पर मैं आपको सब कुछ डीटेल से बताऊँगी।

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