हॉट xxx कहानी में आज आपको मेरी पिछली कहानी का अगला पार्ट बताऊँगी की ईसमे मैंने कैसे अपने ससुराल के नौकर को पटाकर उससे अपनी चुत की आग को शांत किया ओर फिर मैंने उसके साथ साथ अपने देवर को भी पटा लिया ओर जी भर कर चुदाई करवाई।
आज की नौकर ओर मालकिन सेक्स कहानी मे मेरा नाम सुनीता यादव है ओर मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ।
आपने मेरी कहानी पिछली कहानी मे आपने मेरे बारे मे सब कुछ जान तो लिया होगा
नौकर को पटाकर उससे सील खुलवाई
आज मैं आपको आगे की कहानी मेर बताऊँगी की मैंने पिछली कहानी में मैंने मायके में राजू से अपनी सील खुलवाई ओर फिर मेरी शादी हो गई ओर अब मैं चुदाई के लिए तरस गई वैसे तो मेरा पति चुदाई किया करता था पर मुझे वो चुदाई चाहिए थी जो राजू किया करता था।
शादी के कुछ दिन बाद ही मेरा पति शहर से बाहर काम करने के लिए चले गए ओर अब तो मैं बिल्कुल ही चुदाई के लिए मरने लग गई।
अब मैं सोचने लग गई की अब किस्से अपनी चुत की चुदाई करवाऊँ
वो कहते है न की जो चीज को अपने कुछ भी चाहते है वो मिल ही जाता है।
कुछ दिन बाद हमारे घर मे एक नौकर काम करने आया।
उसका नाम दीपू था उसकी उम्र 18 साल की थी ओर दिखने मे वो एक दम गोरा चिटा था ओर वो काम भी किया करता था।
जब मैंने उसे पहली बार देखा तो मेरा मन उससे चुदाई करवाने को हुआ।
तो दोस्तों आज की कहानी यहाँ से शुरू होती है।
अब मैंने मेरी पति को बोल की मैं दीपू से अपनी शरीर की मालिश कर सकती हूँ क्या?
मेरे पति ने बोला की मुझे पता है की तुझे कॉनसी मालिश करवानी है ओर बोले वैसे भी सही है घर मे चुदाई करवा ले बाहर तो मुहँ नहीं मारेगी।
अब मुझे खुली छूट मिल चुकी थी तो मैं अब दीपू को पटाने के लिए प्लान बनाने लग गई।
एक दिन मेरे सास ससुर कहीं गए हुए थे।
मैंने दीपू को अपने रूम मे बुलाया ओर शाम का टाइम था तो दीपू ने अपना सारा काम खतम कर लिया।
मैंने दीपू को कहा की दीपू मेरा शरीर दर्द कर रहा है तो मेरे शरीर की मालिश कर दो।
दीपू बोल- मेम साहिब मैं तेल लेकर आता हूँ
कुछ ही देर मे दीपू तेल लेकर अ गया ओर मैं अपने बेड रूम मे अपनी नाइटी पहन कर उलटी लेट गई।
दीपू बोला- कहा मालिश करनी है।
मैंने कहा- पहले मेरे कमर पर ओर मेरे पैरों पर कर दो।
दीपू मालिश करने लग गया उसने सबसे पहले मेरे पैरों को मसलना शुरू कर दिया उसके हाथों का टच किया तो मेरे शरीरमे एक दम से सिहरन सी उठ खड़ी हुई।
वो नीचे मालिश करता हूँ मेरे जांघ पर आ गया ओर फिर उसकी उँगलियाँ मेरी चुत को टच करने लग गई ओर शायद उससे गलती से टच हो गई ।
दीपू बोला – सॉरी मेम।
मैंने कहा -कोई बात नहीं गलती से हो जाता है।
अब दीपू को इससे थोड़ा खुल गया ओर बारी बारी से मेरी चुत को टच करने लग गया।
मैंने कुछ नहीं कहा।
अब कुछ देर बाद मैंने कहा की नीचे ही मालिश करता रहेगा मेरी कमर मे भी बहुत दर्द हो रहा है।
दीपू बोला मेम साहिब आपका ये कपड़ा हटा दूँ क्या मुझे ओर क्या चाहिए था।
मैं उठी ओर उसके सामने की अपनी नाइटी को खोल कर उसको अपने बड़े बड़े बूब्स दिखते हुए उलटी लेट गई फिर से।
जब उसनें मेरे बूब्स कू देखा तो मैंने देखा की उसका लंड मे हलचल होने लगी।
मैंने उससे कहा की क्या हुआ मालिश करो देखे नहीं क्या कभी किसी के बूब्स जो ऐसे देख रहे हो।
दीपू बोल मेम देखे तो है पर इतने बड़े नहीं देखे।
अब दीपू मेरी पीठ की मालिश करने लग गया ओर अब वो मेरी पीठ की मालिश करते करते मेरे बूब्स की को टच करने लग गया।
दीपू बोला पीठ की तो मालिश हो गई अब आगे भी करू क्या आपके पूरे शरीर की मालिश हो जाएगी।
मुझे ओर क्या चाहिए था मुहजे अहसास हो गया था की इसका भी मन अब पेलने का करने लग गया ओर मैंने भी शर्म को साइड मे रखते हुए उसके सामने एक सीधी हो गई अब मेरे बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगा।
अब मैं भी उतेजीत होने लग गई ओर अब मेरे मुह से सिसकारियाँ निकालने ओर मैंने दीपू से कहा की यार कुछ करो मेरे से रहा नहीं जा रहा है।
दीपू ने अब देर नया करते हुए मेरी चुत मे एक उंगली डाल दी हिलाने लगा ओर मेरी चुत पहले से गीली हुई पड़ी थी ।
दीपू बोल मेम साहिब आपकी चुत तो कुछ मांग रही है क्या करे।
मैंने दीपू से कहा की तेरा लंड माग रही है ये जल्दी कर अब
मैं खड़ी हुई ओर दीपू की पेन्ट खोल दी ओर उसकी अन्डर वियर को भी नीचे कर दिया।
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जब मैंने उसके 6 इंच के लंबे ओर 3 इंच के लंड को देखा तो मेरे मुह से पानी आ गया ओर मैंने देर न करते हुए उसके लंड को पकड़ा ओर अपने मुह मे लिया ओर बड़े मजे से चूसने लगी।
अब दीपू को मजा आने लगा दीपू बोला- मेम साहिब आप तो बड़े मजे से चूसते हो।
अब दीपू ने भी अपने सारे कपड़े निकाल अब हम दोनों नंगे हो गए ओर 69 की पज़िशन मे आ गए।
15 मिनट तक ऐसे ही चूसते रहे।
अब कुछ ही देर मे मेरा पानी निकाल गया ओर दीपू बड़े मजे से मेरी चुत का सारा पानी पी गया ओर अब दीपू का पानी निकलने वाला था तो दीपू बोला की मेम साहिब मेरा निकालने वाला है।
मैंने उसके लंड को नहीं छोड़ा ओर चुस्ती रही ओर कुछ ही देर मे उसके तीन झटके मे पानी निकाल दिया ओर मैं उसके लंड का पानी पी गई ओर अब हम दोनों पूरे घर मे अकेले थे तो ऐसे ही लेट गए।
10 मिनट बाद दीपू का लंड फिर से खड़ा हो गया मैंने दीपू से कहा की अब देर मत करो मेरी आग को शांत करो मैं मार रही हूँ लंड को लेने के लिए।
अब दीपू खड़ा हुआ मेरी चुत पर अपना लंड सेट किया ओर एक ही झटके मे पूरा लंड पेल दिया उसका लंड काफी बड़ा था तो मेरी एक बार थोड़ी सी चीख निकाल गई ओर दीपू बिना रुके हुए मेरी चुत को पेलता रहा।
अब मुझे मजा आने लगा ओर मेरी सिसकारियाँ निकालने लग गई।
मैंने खुद को बहुत रोकने की कोशिश की पर मैं अपनी सिसकारियों को नहीं रोक पाई ओर मैं दीपू से कहने लग गई आह्ह॥ दीपू बहुत मजा या रहा है॥ ओर जोर से दीपू .. ओर जोर से..
दीपू जोर जोर से झटके मारने लग गया ओर मैंने दीपू से कहा की मजा आ रहा है आह.. ओह्ह
अब दीपू उठा ओर मेरे टांगों को उठाया ओर अपने कंधों पर रख लिया ओर फिर से मेरी चुत मे अपना लंद पेल दिया ओर दमदार चुदाई करने लग गया..
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद उसने अपना पानी मेरी चुत मे ही निकाल दिया ओर मेरे ऊपर ही लेट गया।
अब मैं खड़ी हुई ओर उसके लंड को पकड़ कर चूसने लग गई ओर उसके लंड एक दम साफ कर दिया।
मैंने कहा- दीपू मुझे भूख लगी है कुछ खाने को लेकर आओ ओर दीपू उठा ओर नंगा ही रसोई मे गया ओर मेरे लिए मेगी बना कर लाया।
मैं साथ साथ मेगी कहा रही ओर बिच बीच मे उसके लंड को चूस रही थी सच मे दोस्तों आज तो मेगी खाने मे मजा सा गया।
अब दीपू ने अपना मजा निकाल का मेरी प्लेट मे निकाल दिया ओर बोला अब खाओ मजा आएगा।
मैंने भी मेगी को अच्छी तरह से हिलाया ओर उसके मजे को खाने लग गई ओर सारा खाने के बाद मैंने उसे कहा की चलो नहा कर आते है।
हम दोनों उठे ओर नहाने चले गए ओर फिर हमने बाथरूम मे भी एक बार चुदाई की ओर फिर हम दोनों ही नंगे ही सो गए।
सुबह मैं लेट उठी दीपू तब तक उठ चुका था ओर मैंने दीपू को आवाज लगाई ओर तभी दीपू चाय लेकर आ गया ओर साथ मे अन्डर वियर मे गुम रहा था मैंने चाय पिया ओर उसकी निकर को नीचे किया उसके लंड को फिर से चूसने लग गई।
आज की इस हिन्दी सेक्स स्टोरी मे दीपू ने सुबह सुबह नाश्ते के टाइम ही मेरी चुदाई कर दी।
मेरे सास ससुर 5 दिन तक घर नहीं आए ओर फिर क्या मैं दीपू से 5 दिन तक दिन मे रात मे जब मेरा मन करता तब चुदाई करने लग गया।
एक दिन की बात है मैं दीपू से अपनी चुत की भूख मिटाने मे लगी हुई थी ओर मैं भूल गई की घर मे हमारे अलावा घर मे देवर भी है ओर वो हम दोनों को चुदाई करते हुए देख लिया।
शाम को मैं मेरा देवर गुमने गए हुए थे तो अंकित (मेरा देवर ) बोल भाभी जी क्या बात है घर मे मैं भी रहता है।
मैंने उससे कहा की मैं कुछ समझी नहीं।
अंकित बोला भाभी जी मेरे पास भी लंड है तो आपको घर के नॉकर के लेने की कैसे जरूरत पड़ गई।
जब मैंने अंकित के मुहँ से ये सब सुन तो मेरी बोलती हो गई।
मैंने उससे कहा की मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी पर घर पर किसी को बताना मत।
अंकित भी साला कमीना बोला-मुझे भी आपकी चुत चाहिए।
अब मैंने सोचा की सही है वैसे तो एक ही घर मे 2 -2 लंड मिलेंगे तो मैंने ऊपर ऊपर से उसे मना किया पर अंदर अंदर से खुश हो रही थी।
रात को सभी ने खाना खाया ओर हम सोने चले गए आज मेरे रूम मे आ गया ओर फिर उसने मुझे कहा की भाभी मुझे आपके बूब्स चूसने है।
अब मेरा भी मूड बना ओर मैंने अपनी नाइटी खोल दी ओर अपनी चुत ओर बूब्स उसके सामने कर दिए ओर अब वो बड़े बड़े मजे से चूसने लग गया ओर मैं भी सिसकारियाँ लेने लग गई ओर फिर शुरू हुई हमारी चुदाई की कहानी।
दोस्तों मेरी चुदाई की कहानी को मैं आपको अगले पार्ट मे फूल डीटेल से बताऊँगी की मैं कैसे चुदी अपने देवर से।
तो दोस्तों आपको मेरी नौकर के साथ ओर अपने देवर के साथ की चुदाई की कहानी कैसी लगी ओर सच बताना की आपको कितना मजा आया।
अगर आपको मेरी ये कहानी अच्छी लगी हो तो एक प्यारा सा कमेन्ट जरूर करें ।
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