मजदूरों के साथ मेरी चुत की सेक्स स्टोरी

आज की हॉट भाभी सेक्स स्टोरी में मेरे खेत में कुछ मजदूर काम कर रहे थे और मैंने एक मजदूर का लंड देख लिया और फिर मेरी चूत में खुजली होने लगी और फिर मैं किसी बहाने से उनसे अपनी चूत मरवाई.

भाभी Xxx कहानी में मेरा नाम पार्वती है मैं
एक गांव में रहती हूं और मेरा गांव राजस्थान के जोधपुर जिले के पास है.
हमारा गांव शहर से काफी दूर है.
मेरे पति एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.

मेरे पति का मुंबई में अच्छा खासा बिजनेस है और मैं गांव में ही रहती हूं क्योंकि मेरे सास ससुर को शहर में रहना पसंद नहीं है.

मेरी उम्र अभी 28 साल की है.
और मेरा फिगर 34-32-36 का है.
मैं दिखने में एकदम सेक्सी हूं.

मुझे देखकर हर किसी का लंड खड़ा हो जाता था |

मेरी शादी को अभी 3 साल हुए थे और शुरू के 6 महीने मेरे पति मेरे पास रहे और उसे समय उन्होंने मेरी जी भर कर चुदाई की और इस चुदाई के कारण आज मेरा चुदाई करने का बहुत मन करता है.

मैं एक संस्कारी परिवार से ताल्लुक रखती हूं तो दूसरे मर्दों को देखना मेरे लिए गलत है.
दूसरा मेरे ससुर का गांव में बहुत नाम है.
तो यह सब करना मुझे ठीक नहीं लगता.

कहते हैं ना की जब किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो भगवान आपको दे ही देता है.
हर रात में अपनी चूत में उंगली करके सोती थी.
भगवान से दुआ करती थी कि मेरे पति जल्दी से घर आ जाए और मुझे अपनी चुदाई करवाने का मौका मिले.

पर मेरी चुदाई हुई मेरे पति से नहीं बल्कि एक मजदूर से हुई

बात उसे समय की है जब मेरे खेत में फसल की कटाई चल रही थी और हमारे खेत में काफी मजदूर लगे हुए थे.

मेरे ससुर किसी काम से शहर गए थे और मेरी सासू खेत बहुत कम जाती थी तो मजदूर की रोटी देने के लिए मुझे जाना पड़ा.

मैं घर से निकली सब कुछ सही था सब कुछ नॉर्मल था.

भाभी की चुदाई की कहानी में आगे मैं जैसे ही खेत पहुंची तो मैं एक कमरे के पास गई हमारे खेत में एक कमरा बना हुआ है मैं उसके पास गई तो वहां मैंने देखा कि एक मजदूर पेशाब कर रहा था.

वह ठहरा गांव का मजदूर वह खुले में ही मूत रहा था जब मैं उसके तरफ देखा तो उसका लंड बहुत बड़ा था और वह बाहर निकाल कर मूत रहा था मैं उस मजदूर को देख रही थी पर वह मुझे नहीं देख पा रहा था.

क्योंकि मैं एक झाड़ी के पीछे खड़ी थी जिससे वह मुझे दिख रहा था

अब मैं काफी देर उसको देखती रही और साला काफी देर तक मुतता रहा उसका लंड बहुत बड़ा था
मेरे हिसाब से कम से कम 8 इंच बड़ा होगा और 3 इंच चौड़ा होगा
अब इसमें मुटने के बाद अपने लंड को हिलाया और अपनी धोती को नीचे कर लिया.

उस मजदूर की उम्र की बात करें तो उसकी उम्र लगभग 40 के आसपास रही होगी.

अब मैं उसे देखते रही और जैसे ही मैंने उसकी लंड को देखा तो मेरी चूत में भी खुजली होने लगी और मेरा मन करने लगा कि अभी पकड़ कर अपनी चूत में डाल लूँ.

पर वह ठहरा मजदूर और हम तेरे जागीरदार की बहु.

अब मैं रूम के अंदर चली गई और वह मजदूरों में पानी पीने आया और मैंने उसे कहा कि यह तुम खाना ले जाओ और मैं तुम सबके लिए खाना लेकर आई हूं.

मजदूर ने मुझे अकेली देखकर कहा आप मालकिन आप आई हैं मालिक कहां गए.

मैंने कहा मालिक आज बाजार गए हैं घर पर कोई नहीं है मैं अकेली हूं और अकेली ही आई हूं

मुझे अकेली देखकर वह मजदूर मेरा फायदा उठाना चाहता था और मैं भी यही सोच रही थी कि मेरा वह फायदा उठाएं.

मजदूर ने मुझे कहा कि मालकिन आपके पति तो शहर से बाहर रहते हैं और आप का फिगर इतना सुंदर है तो इसकी आग कैसे बजाते हो.

जब मैं मजदूर के मुंह से यह बात सुनी तो मैंने उसे एक बार डांट दिया तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे यह सब बोलने की पापा जी से तुम्हारी शिकायत करुंगी.

मजदूर ने कहा शिकायत तो बाद में करती रहना आज एक बार तुम मेरे लंड की सवारी करता हूं.
मैंने तुम्हें देख लिया था तुम मेरे लंड को बड़े मजे से देख रही थी.

और अब वह कुछ नहीं बोला और अपनी धोती उठाकर मेरे लंड को मेरे सामने दिला हिलने लगा.

मैं उसके लंड को देखकर मोहित हो गई और कुछ नहीं बोली वह मेरे पास आ गया और अपने लंड को हिला रहा था

अब मेरे पास आया मेरे हाथ से टिफिन लिया नीचे रखा और मेरे हाथ को पकड़ कर अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया.

अब जैसे ही मेरा हाथ उसके लंड को लगा तो उसके लंड एकदम से खड़ा हो गया.

मजदूर का नाम रामलाल था.

साली तेरे हाथ में तो जादू है तेरा हाथ लगते ही यह तो खड़ा हो गया.

अब मैं तेरी चूत में इसको डालना ही पड़ेगा.

मैंने उसे कहा यह सब गलत है किसी को पता चल गया तो पिताजी की बहुत बदनामी होगी.

मजदूर ने कहा मैं किसी को नहीं बताऊंगा तुम बस आज इसकी भूख शांत कर दो.

अब मैं भी उसके लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लग गई.

अब मजदूर ने मुझे पड़ा और पास में पड़ी चारपाई पर लेटा दिया वह ठहरा मजदूर उसे क्या पता पहले किस करते हैं चूसते हैं और उसने कुछ नहीं किया बस मेरी साड़ी उठाई और मेरी चूत में लंड पेल दिया.

जैसे ही उसका 8 इंच का लंड मेरी चूत में गया तो मेरी एकदम से चिक निकल गई मैं बहुत जोर से चिल्लाई.

अब उसने मुझे कहा कि चुप रह साली रंडी बाहर और भी मजदूर काम कर रहे हैं अगर उन्हें पता चला कि तुम चुत देने आई है खाना नहीं तो आज तेरी चुत को फाड़ फाड़ कर भोसड़ा बना देंगे.

वह भी अपने मुंह पर हाथ रख लिया और अब वह मेरी चूत को छोड़ने लगा बड़ी मजे से मेरी चूत को छोड़ रहा था.

करीब 15 मिनट तक उसने मेरी चूत को पीला मैं बहुत थक गई क्योंकि उसका लंड बहुत बड़ा था.

मेरी चूत मैंने देखा की बहुत लाल हो चुकी थी एकदम जैसे किसी ने किसी ने बहुत मार हो ऐसी हो गई थी.

अब मजदूर बोला कि तुम जाओ नहीं तो कोई आ जाएगा

कल ऐसे करना थोड़ा टाइम से आ जाना और मैं तुम्हें कल मजे से चोदुंगा और अपने लंड को भी चुसवा दूंगा.

मैंने कहा ठीक है.

मैं बिना कुछ बोले चुपचाप चली गई और आज मैं बहुत खुश थी कि आज 4 महीने बाद मेरी चूत में किसी का लंड गया था.

मैं घर आगे और रात में उसके लंड को याद कर करके सो गई और सुबह उठी तो मुझे पता चला कि पिताजी घर पर नहीं आए हैं और वह दो दिन तक और नहीं आएंगे तो मुझे ही खेत जाना पड़ेगा.

इससे मैं बहुत खुश हुई और चुपचाप आज जल्दी खाना बनाकर एक अंडा पहले ही खेत निकल गई.

मैं वहां गई इस रूम में जाकर बैठकर और मुझे मजदूर ने आते देख लिया था और वह अपने साथ एक और मजदूर को ले आया.

मैंने कहा यह क्या है मैं दोनों को नहीं दूंगी मैं रंडी थोड़ी हूं.

मजदूर बोला चुपचाप लेट जा.

अब मैं कुछ बोल भी नहीं सकती थी क्योंकि कल इसने मेरी चूत मारी थी तो एक छोटी सी वीडियो भी बना ली थी.

अब मैं अपनी साड़ी ऊपर करके सामने लेट गई.
देखने मेरी चूत में लंड पेला और दूसरा मेरे मुंह के ऊपर जाकर अपना लंड निकाल कर मुझे चुस्वाने लगा.

अपने बड़े मजे से अपने मुंह में लंड को महसूस कर रही थी और कस रही थी मुझे सच में बहुत मजा आ रहा था.

और दूसरी तरफ रामलाल मेरी चूत को चोद चोद कर फाड़ रहा था.

करीब 20 मिनट तक रामलाल ने मेरी चूत की चुदाई की और उसने मेरी चूत में अपना पानी निकाल दिया और उधर उसके जो दोस्त था उसने भी अपने लंड का पानी मेरे मुंह में निकाल दिया और मेरे मुंह को पूरा भर दिया.

अब मैं कुछ देर ऐसे ही लेते रही और दोनों के लंड को हाथ में लेकर सहलाती रही अब दोनों का लंड पैसे खड़ा हो गया और उन्होंने अपनी अपनी जगह बदली रामलाल मेरे मुंह में लंड पलने लग गया और उसका साथी मेरी चूत को छोड़ने लग गया.

इस तरह दोस्त उसे दिन दोनों ने दो-दो भरी मेरे मुंह को छोड़ दिया.

अब मुझे जब भी मौका मिलता तो मैं या तो खेत में या बाजार में किसी कैमरा लेकर उनसे छुड़वाई करवाने लग गई मुझे बहुत मजा आने लग गया…

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