भाभी की चुदाई की कहानी में भैया जॉब के कारण बाहर रहते थे और एक दिन भाभी की तबियत खराब हो गई तो मैं रात उनके पास रुका तो हम दोनों करीब आये तो फिर हुई भाभी की चुदाई……
आज की भाभी की चुदाई की कहानी में मेरा नाम मयंक है और मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूं.
मेरी उम्र 25 साल की है.
मैं छत्तीसगढ़ में जॉब करता हूं.
मैं रोज सुबह अपनी बाइक से जॉब पर जाता हूं.
शाम को अपने घर वापस आ जाता हूं.
कहानी शुरू होती है मेरे घर के पड़ोस में एक भैया रहते हैं.
उनके बहुत खूबसूरत एक हॉट बीवी है.
मेरी सुबह शाम भाभी से हेलो हाय होती रहती थी और यह भाभी की चुदाई की कहानी इन्हीं भाभी की है.
भाभी बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए जवाब देती थी.
उनकी उम्र लगभग 30 साल के आसपास रही होगी..
उनका एक छोटा सा बेटा भी है.
जो मुझे बहुत क्यूट लगता है.
उनके घर में भैया भाभी और उनके साथ ससुर हैं.
भैया भाभी अपने बेटे के साथ खुश हैं और भैया भी छत्तीसगढ़ में ही प्राइवेट जॉब करते हैं.
सीधा कहानी पर आते हैं की भाभी और मेरी चुदाई हुई कैसे
हुआ यूं कि भैया किसी काम से बाहर गए हुए थे.
उसी तरह भाभी के बेटे की तबीयत खराब हो गई .
भाभी ने उसे अस्पताल में एडमिट करवाया.
भाभी बहुत परेशान थी और उनके सास ससुर भी किसी काम से अपने पुराने गांव गए हुए थे.
शाम के समय भैया का फोन आया बेटे की तबीयत खराब है.
वह अस्पताल में अगर तुम्हारे पास टाइम है तो हॉस्पिटल चले जाओ
क्योंकि तुम्हारी भाभी अकेली है.
भाभी का नाम सुनते ही मैं तुरंत से राजी हो गया.
भैया ने मुझे भाभी का नंबर दिया.
मैंने भाभी को कॉल किया और बेटे का हाल-चाल पूछ
फिर मैं उनसे हॉस्पिटल का पता पूछा और मैं कुछ खाने के लिए फल खाना उनके लिए लेकर चला गया.
भाभी ने बताया कि डॉक्टर ने कहा बेटे को डेंगू हो गया.
उन्हें 5 दिन तक यही हॉस्पिटल में रहना पड़ेगा.
भैया भी तीन दिन बाद आने वाले थे.
मैंने भाभी को रिलैक्स किया और कहा कोई नहीं भाभी मैं अपने काम से छुट्टी ले लूंगा.
भैया ने कहा है कि तुम्हारी भाभी और बेटे का थोड़ा ध्यान रखना.
आपको परेशान होने की कोई दिक्कत नहीं है.
मैं घर घर में जॉब का ओवर टाइम बोलकर रात 10:00 अस्पताल में भाभी के पास पहुंच गया.
बेटे प्राइवेट रूम में था.
जब मैं वहां पहुंचा तो नर्स बेटे को ड्रिप लग रही थी.
उनके बेटे का नाम प्रियांशु था.
दवा लगने के बाद नर्स बोली-
आज सुबह 6:00 बजे ट्रिप लगेगी.
अगर कोई दिक्कत कॉल कर देना.
नर्स ने बताया की खतरे की कोई बात नही है आपका बेटा सही है ये सुनकर भाभी रिलैक्स हुई.
प्राइवेट रूम में सोफा था उसी पर मैं और भाभी बैठकर हम दोनों बातें करने लग गए
प्रियांशु दवाई के कारण गहरी नींद में सो गया था.
इसी बीच है भैया का कॉल आया और भाभी ने प्रियांशु का हाल-चाल बताया और कहा- मयंक आया था खाना देखकर वापस चला गया.
कॉल काटने के बाद मैंने भाभी से पूछा कि आपने झूठ क्यों बोला भाभी
तो भाभी ने स्माइल लेकर बोली अगर भैया को पता चलता है कि उनकी पत्नी किसी जवान लड़की के साथ है.
तो उनके मन में गलत ख्याल आते
यह सुनकर मेरे शरीर में करंट सा दौड़ गया.
मैं समझ गया कि आज मौका भाभी के साथ मस्ती करने का
हम दोनों ने चटाई बिछाई और उस पर बैठकर हंसी मजाक करने लगे.
भाभी ने बताया कि उनकी सेक्स लाइफ ठीक नहीं चल रही है फिर
भाभी बोलीबता तेरी कितनी गर्लफ्रेंड है.
मैंने मना कर दिया.
तो भाभी बोली तुझे कैसी लड़की पसंद है.
मैंने बातों बातों बता दिया की मुझे आपके जैसी लड़की पसंद है.
भाभी बोली मेरी जैसी ही क्यों चाहिए.
तुझे मुझ में ऐसा क्या खास है.
मैंने कहा भाभी आपकी आंखें लंबे बाल बड़े बड़े बूब्स पतली कमर चौड़ी गांड और हिप्स में अपने धुन में बोलता ही जा रहा था और भाभी मुझे घर कर देख रही थी और थोड़ी-थोड़ी स्माइल भी दे रही थी.
भाभी- क्या करेगा.
मैंने कहा-जी भर के प्यार करूंगा सारी रात
भाभी- कैसे करेगा प्यार
यह बात सुनकर मेरी सबर का बांध टूट गया और मैं उन्हें किस करने लगा.
तभी भाभी भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने भाभी को गले में और कानों के नीचे 10 मिनट तक किस किया.
भाभी के साँसे बहुत तेज चल रही थी.
मैं भी जन्नत की सैर कर रहा था.
फिर मैंने उठकर रूम की लाइट बंद कर दिए.
ताकि किसी को कुछ दिखे ने और दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया.
मैंने धीरे से हाथ बढ़ाकर उनके ब्लाउज खोल दिया
पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी.
जो मैंने पहले ही देख ली थी.
मैंने भाभी की ब्रा को खोलकर उनके बूब्स को आजाद कर दिया.
मैंने कहा- भाभी कितने मस्त बूब्स है आपके
तो भाभी बोली खुला तो छोड़ रखा है पकड़ ले दूध पि ले
इतना कहते ही मैंने एक हाथ से भाभी के बस को पकड़ा और दूसरे बस को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.
भाभी के मुझे अजीब अजीब सी आवाज़ आने लगी.
मैंने भाभी की साड़ी और पेटीकोट को अलग कर दिया
अब भाभी केवल पेटी में थी और हूर की परी लग रही थी.
उनका चांदी सा चमकता हुआ.
मैंने कि उनकी टांगों पकड़ा और भाभी लेट गई.
मैं उनकी टांगों से पेंटी को खींचकर निकाल दिया
मैंने उनकी टांगों को पकड़ा और लेट लिया.
अब उनकी गुलाबी रंग की चूत बिल्कुल मेरे सामने थी.
उनके चुत के गुलाबी होंठ मुझे दिख रहे थे.
मैंने अपने उंगलियो को चूत की दरार में चलाना शुरु कर दिया
भाभी आहे भरने लगी.
मैंने उसी पल दूसरी छूट उंगली को भी चुत के अंदर डाल दिया.
भाभी की चुत जलता हुआ कोयला लग रही थी.
भाभी ने मेरे कपड़े उतारना शुरू कर दिया.
कपड़े हटते ही भाभी मेरा लंड देखकर मुस्कुरा दी.
मैंने मुझे आंख मारी मेरे लंड को किस करने लगी.
फिर भी अपने पेट के बल लेट गई और मेरे लोड़े अपने मुंह में भरकर किसी रंडी की तरह चूस रही थी.
मैं उनकी गांड उठाकर उनके मुंह में धक्के मार रहा था.
अब अभी मुझे धक्का दिया और
मुझे लेट कर अपनी चूत मेरे मुंह पर रख कर बैठ गई.
भाभी किसी बच्चे की तरह मेरे ऊपर बैठी थी और
उन्होंने अपनी चूत को मेरे मुंह में घुसा दिया.
मैंने कहा भाभी 69 में करते हैं ना
69 के पोजीशन में आगे और हमें एक दूसरे को अंगों को चूसने लगे.
मैं जो अभी के गुलाबी सी चुत चूसने लगा और
भाभी मेरे लंड के टपकती हुए रस को चूसने लगी.
10 मिनट तक एक दूसरे को चूसते चूसते ही झड़ गए.
उन्होंने मुझे किस करके
बोली यह सुख मुझे बरसों बाद मिला है.
थोड़ी देर दोनों किसी को प्यार करते रहे
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था.
मैं भी चुदाई की पोजिशन बनाई और भाभी के पैरों को अपने कंधों पर रख दिया
अभी गांड उठा रही थी.
मैंने अपना लंड उनकी चूत पर सेट कर जोरदार धक्का मार दिया.
7 इंच का लंड उनकी चूत में समा गया और
एकदम से लौड़ा चूत में जाते ही भाभी जी अपने थोडा सा चीखी और उनकी आंखें फट गई.
उन्हें किस करने लगा 1 मिनट बाद
अब भाभी भी नीचे से गांड उठाकर झटका मार रही थी.
थोड़ी देर बाद भाभी बोली चटाई चुभ रही .
मुझे ऊपर आना है मैं नीचे लेट गया.
भाभी मेरे लंड पर बैठकर कूदने लगी.
किसी को छोटा बच्चा खेलता है.
मैं कभी उनकी गांड पर हाथ मारता तो कभी उनके चुतड पर चिमटी काटता
20 मिनट चुदाई चलने के बाद में झड गया.
जबकि भाभी अभी दो बार झड चुकी थी और निडाल होकर मेरे ऊपर ही सो गई.
कुछ देर बाद हम दोनों अलग हुए थोड़ी देर आराम करने के बाद
हम दोनों बाथरूम में नहाने गए और नहाते हुए.
भाभी को डॉगी स्टाइल में चुदाई की
एक बार और जबरदस्त चुदाई कर दी.
पूरी रात मैंने भाभी को चार बार चोदा
अंत में हम थक कर एक दुसरे से लिपटकर सो गए.
सुबह नर्स दवा लगाने आई तो भाभी उठी और कपड़े लेकर बाथरूम में भाग गई.
मैं जल्दी से पेट और टीशर्ट पहनकर गेट खोला और सोने का बहाना बनादिया
नर्स ट्रिप लगाने आई तब तक भाभी की बाथरूम से बाहर आ गई.
उनके चेहरे पर खुशी की चमक थी.
मैं उसके जाने के बाद में भाभी को किस किया
मैंने भाभी को अस्पताल में 2 दिन तक जमकर चुदाई की
फिर भैया आ गए.
मैं थोड़ी देर के लिए भाभी के पास जाकर लौट आता था.
चार दिन बाद उनका बेटा ठीक हो गया.
वह घर आ गए और दिन में भैया काम पर चले जाते थे.
हमारी चुदाई का सिलसिला ऐसे ही चला रहा.
एक दिन मैं उनकी चुदाई कर रहा था तो उनकी नंनद वहां आ गई और हमें चुदाई करते देख लिया.
तो फिर नंनद ने भाभी को ब्लैकमेल किया और मुझे अपनी चूत की चुदाई करवाई…………
ये कहानी में अगले पार्ट में देखेंगे की मैंने कैसे भाभी जी के साथ साथ उनकी ननंद की चुदाई की और दो दो चुत लेने का मजा लिया…