Xxx जेठ से चुदाई से कहानी मे मेरे पर मेरी ओर मेरे पति की शादी के बाद ही लड़ाई होने लग गई ओर ये सब मेरी सास को इसका पता चला तो मेरी सास ने प्लान बना कर मेरी ओर मेरे जेठ की चुदाई करवा दी और फिर सब कुछ सही होने लग गया ये हुआ कैसे……..
आज की फॅमिली सेक्स स्टोरी मे मेरा नाम कणिका है, मैं वैसे तो गावं की रहने वाली हूँ पर मेरी शादी शहर मे रहने वाले एक लड़के से हुई मेरे पति का नाम विवेक है मेरे ससुराल मे हमारा घर काफी बड़ा है ओर उसमे मेरे सास ससुर ओर मेरे जेठ जेठानी और मैं ओर मेरा परी रहते है।
मेरा फिगर की बात करू मेरे बूब्स मेरी ब्रा से बाहर निकालने को आते है ओर उधर मेरी गांड देखकर नामर्द का भी लंड खड़ा हो जाए।
मेरी शादी को कुछ ही दिन हुए थे ओर मेरी ओर मेरे पति की लड़ाई होने लग गई।क्यूंकी मेरा जिस तरह से शरीर था तो मुझे चुदाई करने का और गुमने का बहु शौकीन हूँ और उधर मेरे पति एक नंबर का चुटिया है उसके पास मेरी जैसा माल है ओर और उसको सिर्फ काम काम दिखता है और कुछ नहीं।
ऐसा चलते चलते मेरी ओर मेरे पति के बीच लाड़ाई होने लग गई ओर फिर क्या बस टाइम पास होने लग गया मैं तो इतना दुखी आ गई थी की एक बार सोच लिया की इससे साले से तलाक ले लूँ ओर काही दूसरी जगह शादी कर लूँ।
फिर एक दिन मेरी सास को इसका पता चल गया और मेरी सास ने एक प्लान बनाने लग गई ओह सॉरी दोस्तों इस कहानी का दूसरा पहलू तो मैं आपको बताना भूल ही गई की मेरे जेठ जी ओर मेरी जेठानी की एक दूसरे से बहुत अन बन होती थी क्यूंकी इधर मैं चुदाई के लिए मारती तो दूसरी तरफ मेरे जेठ जी चुदाई के बहूत शौकीन थे।
इसी बात को लेकर मेरी सास ने प्लान बनाया की क्यू न इन दोनों शांत रहने वालों को के साथ कर दिया जाए ओर इन सालों को मस्ती करने वालों को एक साथ कर दिया जाए।
हुआ यूं की मेरी सास मे मेरे पति को ओर अपने पति को काम से काहीभेज दिया ओर मेरी जेठानी को भी अपने पीहर भेज दिया ओर उनके जाने के बाद मेरी सास ने अपने प्लान को अंजाम देने मे लग गई।
मेरी सास मेरे सामने मेरे पति की बुराई ओर मेरे जेठ की तारीफ करने मे लग गई ओर उधर मेरे जेठ जी के सामने उनकी वाइफ की बुराई ओर मेरी तारीफ करने मे लग गई ओर ऐसे ही चलता रहा दो दिन तक।
अब मैं अपने जेठ जी से इंप्रेस होने लग गई ओर उनका शरीर देख कर मेरे मन मे कुछ कुछ होने लग गया और मैं काफी बार सोचती हूँ की मैं मेरे जेठ से ही कैसे सेक्स कर सकती हूँ भला पर कभी कभी सोचती हूँ की दूसरी शादी से अच्छा है की अपने ही जेठ से अपनी चुत मरवा लूँ।
अब मेरी सास को यकीन हो गया की उन का प्लान कामयाब हो गया है तो उन्होंने शिमला गुमने का प्लान बनाया ओर फिर हम तीनों गुमने के लिए जाने वाले थे जिस दिन हमने निकलना था तो मेरी सास ने बोल की उनकी माँ बीमार हो गई है और मुझे मेरे जेठ को गुमने के लिए जाना पड़ेगा।
हम दोनों ही गुमने के लिए निकाल गए क्यूंकी जाना तो पढ़ा क्यू की जेठ जी ने टिकट करवा राखी थी।
हम दोनों ही शिमला के लिए निकल गए और हमने शिमला पहुँच कर दो रूम बुक कर रखे हुए थे तो मेरे जेठ जी बोले की एक ही रूम ले लेते है क्यूंकी मैं बोर हो जाऊंगा अकेला रह रह कर और शायद तुम भी बोर हो जाओगी।
मैंने भी सोचा और सही है जेठ जी ये तो बात।
हम दोनों एक रूम मे रहने लग गए ओर उस दिन तो हम एक दूसरे से शर्म मे बैठे ओर दूसरे दिन जेठ जी बोले की कहीं बाहर गुमने चले क्या?
मैं भी गुमने के लिए निकाल गई और फिर कुछ देर बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ नॉर्मल हो गए ओर फिर हम दोनों हाथ मे हाथ डाल कर गुमने लग गए ओर फिर मुझे ऐसा लगने लग गया की मैं अपने जेठ के साथ नहीं बल्कि मैं अपने पति के साथ ही गम रही हूँ।
शाम को हम वापीस होटल मे गए ओर फिर हम दोनों ने सोच कीआज एक ही बेड पर लेता जाए और साथ में बातें भी कर लेंगे ओर फिर हम दोनों ने खाना खाया।
मैंने हिम्मत करके जेठ जी से पूछ ही लिया की आपकी जेठानी जी से रोजाना लड़ाई क्यू होती है जब मैंने ऐसा पूछा तो जेठ जी भी मेरे से खुल चुके थे और उन्होंने बोला की यार अब तुम से क्या छुपाना बात को मैं ठहरा गुमने फिरने वाला ओर सेक्स का दीवाना पर मेरी बीवी को ये सब पसंद उसके हिसाब से तो हफ्ते मे एक बार सेक्स कर लिया जाए तो बहुत है।
अब जेठ जी ने मुझे पूछा की तुम्हारी क्यू होती है लड़ाई मेरे छोटे भाई से?
मैंने भी उन्हे सैम तो सैम कारण बताया ओर जब हम दोनों का जवाब एक जैसा था तो हम दोनों हसने लग गए और फिर क्या कुछ देर बाद हम दोनों एक से शांत हो गए और फिर एक दम से एक दूसरे को किस करने लग गए ओर फिर हमे याद नहीं रहा की हमे की हमारा क्या रिसता है अब हमे अपनी वासना दिख रही थी।
जेठ जी मुझे किसी भूखे सेर की तरह किस कर रहे थे ओर इधर मैं भी उन्हे उसी तरह से किस करने लग गई ओर फिर काफी देर किस करने के बाद जेठ जी मुझे छोड़ा ओर बोले सॉरी मैं अपने आप को कंट्रोल नहीं कर पाया।
मैंने बोला की यार कंट्रोल नहीं कर पाए तो अब क्यू किया जो चल रहा था सही चल रहा था मुझे भी इसकी जरूरत है आपको भी इसकी जरूरत है तो क्यू नया एक दूसरे की भूख को शांत किया जाए।
अब हम एक दूसरे को फिर से किस करने मे लग गए ओर फिर जेठ जी ने मेरी साड़ी को खींच कर निकाल दिया ओर अब मैं सिर्फ पेन्टी ओर ब्रा मे थी और कुछदेर बाद जेठ जी ने उसे भी निकाल दिया और मेरे शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था।
अब मैंने जेठ जी बोला की जान मेरे तो निकाल दिए है अब अपने भी निकाल दो यार?
जेठ जी खड़े हुए ओर अपने सारे कपड़े निकाल कर अपने काले ओर मूसल जैसे 8 इंच के लंड को निकाल का हिलाने लग गए ओर उसका लंड 3 इंच मोटा होगा।
मैंने लाइफ मे इतना बड़ा लंड नहीं देखा था कभी भी तो मैंने इनके लंड को अपने हाथ मे पकड़ा ओर बोलने लगी की इतना बड़ा भी लंड होता है क्या? ये मेरी चुत को फाड़ देगा यार आराम से करना नहीं तो मैं मार जाऊँगी इतना बड़ा लाँड़ देखा नहीं तो लेना तो काह से जेठ जी थोड़ा आराम से करना।
जेठ जी बोले की कोई ना ! मैं आराम से ही करूंगा ओर फिर क्या जेठ ने अपने लंड को मेरे फैस के पास किया और बोले की ये लो चूस तो एक बार बाद मे चुत मे डालते है शुरू से शुरूकरते है जान।
मैंने भी देर ना करते हुए जेठ जी के लंड को पकड़ का अपने मुहँ मे ले लिया और इधर जेठ जी एक हाथ से मेरी चुत के साथ खेल रहे थे जैसे जैसे जेठ जी मेरी चुत उंगली डाल रहे थे तो मेरा भूरा हाल हो रहा था।
काफी देर लंड चूसने के बाद मेरे मुहँ मे दर्द होने लग गए क्यूंकी उनका लंड बहुत मोटा था ओर मेरे गले मे जा नहीं रहा था इसलिए।
अब जेठ जी खड़े हुए मेरी चुत पर अपना मुहँ रख दिया और मेरी चुत को चाटना शुरू कर दिया पता ही जेठ जी कैसे चूस रहे थे मेरी चुत को बस मैं तो 2 मिनट ही टिक पाई ओर झड़ गई।
मैंने जेठ जी कहा की ये कैसे किया आपने इतना जल्दी झाड दिया मुझे तो आपने।?
अब जेठ जी खड़े हुए मेरे बूब्स को चूसने लग गए बहुत देर तक मेरे बूब्स को चूसते कभी मेरे गले को ओर उधर अपने लंड को मेरी चुत पर रगड़ रहे थे।
आज पता नहीं मुझे क्या हो गया था जेठ जी मेरे बूब्स चूस रहे थे ओर इतने मे मैं फिर से झड़ गई।
मेरे साथ आज तक ऐसा नहीं हुआ की बिना चुत मे लंड लिए मैं झड़ जाऊ।
दो बार झड़ने के बाद मैं तसरने ओर तड़फने लग गई ओर जेठ जी से बोलने लग गई की बस करो जान डाल दो मेरी चुत मे अपना मूसल जैसा लंड ओर बना लो अपनी पत्नी ओर मैं हमेशा आपकी बनाकर रहूँगी।
पर जेठ जी कहा मानने वाले थे वो मुझे तड़फाने मे लगे हुए थे फिर मैं उन्हे रोक कर कहा की प्लीज आज आज मेरी चुदाई करवा दो नहीं तो मैं मार जाऊँगी आज आज अपनी पत्नी बना लो यार।
मेरी बहुत मिनते करने के बाद जेठ जी मेरी चुत पर अपना लंड सेट किया और एक ही झटके मे अपना पूरा पूरा लंड मेर चुत मे उतार दिया जैसे हु उनका लंड मेरी चुत मे गया तो मेरी एक दम से चीख निकल गई ओर फिर क्या जेठ जी बोले की तुम्हारी चुत तो बहुत टाइट है।
मैंने कहा मैं इतनी देर से क्या कह रही थी की मैंने इतना बड़ा लंड नहीं लिया है।
फिर जेठ जी बोले की कोई बात नहीं चल आज लो मजे मेरे लंड के मजे। इतना कहते ही अपनी चुदाई की स्पीड को तेज कर दिया।
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद जेठ जी बोले की जान मेरा निकलने वाला है कहा निकालू। मैंने कहा की मैं आपकोअपना पति मान चुकी हूँ तो जहां आपका मन करे वहाँ निकाल दो।
जेठ जी कुछ बोले नहीं ओर अपना माल मेरी चुत मे निकाल दिया और निडाल होकर मेरे ऊपर ही लेट गए।
कुछ देर बाद मेरा फिर से मन करने लगा और जेठ जी भी तैयर हो गए बोले की अब मुझे मेरी वाइफ की गांड मारणी है।
जब मैंने सुन की मेरी गांड मारने वाले है तो मैंने मना कर दिया। लेकिन जेठ जी नहीं माने अब तुम्हें भी मेरी एक बात माननी पड़ेगी।
मैंने जेठ जी को बहुत कुछ बोला लें वो नहीं माने ओर बोले सिर्फ एक बार मुझे मारने दो गांड।
उस रात जेठ जी मेरी दो बार गांड मारी ओर फिर क्या सुबह मेरी बुरी हालत हो गई।
दोस्तों मेरी गांड चुदाई की कहानी को अगलीकहानी मे बताऊँगी।
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