मैं दीदी के घर गया हुआ था और मैं दीदी के साथ सोया हुआ था और मैंने देखा की दीदी एक बूब्स बाहर निकला हुआ है तो मेरा मूड बन गया और मैंने दीदी की चुदाई करदी |
मेरा नाम साहिल है और मैं राजस्थान के जोधपुर जिले में रहता हूं हमारे परिवार में पांच लोग हैं जिसमें से मेरी सबसे बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह दिल्ली में रहती है बाकी घर में मेरे छोटा भाई मम्मी पापा |
मैं यह कहानी मेरी और मेरी बड़ी बहन की चुदाई उसे समय मेरी उम्र 22 साल की थी और मेरी बहन की शादी को अभी 2 साल हो चुके थे पर मैं किसी काम की वजह से दुबई गया हुआ था और अभी 2 साल बाद में दुबई से वापस आया हूं तो सबसे पहले मैं अपनी बहन को मिलने दिल्ली किया!
मेरी और मेरी बहन की सेक्स स्टोरी शुरू होती है आज से 6 महीने पहले मैं अपनी दीदी के घर गया घर की बारात चाहिए जीजा जी ने गेट खोला और मैं जीजा जी से मिला और अपनी बड़ी बहन के गले लगा |
मैंने अपनी बड़ी बहन को देखा तो उनके बूब्स बहुत बड़े-बड़े हो चुके जब उनकी शादी हुई थी तो उनके बस इतने बड़े नहीं थे उनका 6 महीने का बच्चा भी था जिसे दीदी ने गोद में उठा रखा था!
हम सब ने शाम का खाना खाया और दीदी बोली आज तुम मेरे साथ सो जाना |
इस बात पर जीजा जी भी कुछ नहीं बोले क्योंकि 2 साल बाद में अपनी दीदी से मिल रहा था |
रात हुई और सभी खाने के बाद अपने-अपने रूम में चले गए और जीजा जी अलग रूम में चले गये और मैं और दीदी और मेरा भांजा एक रूम में |
मैं रूम में आकर देखा कि रूम में सिर्फ एक ही बेड था और वह भी सिंगल बेड
तो मेरी हवास जागी क्योंकि दोस्तों क्योंकि मेरे को दीदी के बूब्स देखकर अपने मन में दीदी के लिओये बुरे बुरे ख्याल अ रहे थे |
दीदी बोली मैं नहा कर आती हूं दीदी नहाने गई और बाहर निकली तो देखा दीदी ने एक ब्लैक कलर की नाइटी पहन रखी है और नीचे उन्होंने कुछ नहीं पहन रखा था यानी उनके बूब्स एकदम साफ़ दिख रहे थे बड़े-बड़े|
दीदी और मैं सो गए बीच में मेरा भांजा सोया हुआ था रात का समय था तो दीदी अपने बच्चे को दूध पिला रही थी इसलिए उन्होंने अपना एक बूब्स बाहर निकाल रखा था तो मेरा उनका बूब्स देखकर बुरा हाल हुआ जा रहा था ऊपर से सिंगल बेड था|
मैं करवट ली और दूसरी तरफ मुंह करके अपना लंड बाहर निकाला और उसे हिलाने लगा हिलाते हिलाते मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा माल निकल गया और मुझे नींद आ गई कुछ देर बाद में उठा तो मैंने देखा कि दीदी सो चुकी है और उनका बूब्स अभी भी बाहर था और दीदी ने भांजे को उठाकर साथ वाले बच्चे के झूले में सुला दिया था अब बेड पर मैं और दीदी दोनों ही थे पर उनका बूब्स अभी भी बाहर निकला हुआ था|
अब उनके बाहर निकले हुए गोरे-गोरे बड़े बड़े बूब्स मेरा फिर से मूड बन गया और मैंने हिम्मत करके दीदी के बूब्स को छूना चाहा पर दीदी ने एक दम से करवट बदल ली |
अब जैसे ही दीदी ने करवट बदली तो उनकी कांड मेरी तरफ आ गई दोस्तों सच बताऊं उनकी कांड भी बहुत बड़ी थी तो उनकी गांड को देखकर ही मेरा लड फिर से खड़ा हो गया|
रूम में AC चल रहा था तो मुझे महसूस हुआ कि दीदी को थोड़ा-थोड़ा ठण्ड लग रही है तो मैं चद्दर ऊपर ले लिया जैसे ही मैं चदर ऊपर लिया तो दीदी मेरे से एकदम सट कर सो गई और मेरा लंड उनकी गांड पर फिक्स हो गया|
बहन की चुदाई की कहानी में आगे मैं अपने लंड को दीदी की गांड पर रगड़ने लगा और मुझे एहसास हुआ कि दीदी भी गर्म हो रही है क्योंकि बीच-बीच में दीदी भी अपनी गांड को हिला रही थी |
मैंने उठकर देखा तो मुझे एहसास हुआ कि दीदी सो रही है, पर उनकी गांड को देखकर लग रहा था दीदी जाग रही है मैं कुछ देर ऐसे ही करता रहा फिर मैं थोड़ा और नजदीक गया और हिम्मत करके अपने एक हाथ को उनके बाहर निकले हुए बस रख दिया और मसलने लगा मैं पूरा गर्म हो चुका था और मैंने देखा कि अब दीदी जाग चुकी है|
दीदी ने एकदम से करवट बदली और मेरी तरफ देखने लगी और दीदी कुछ बोली नहीं पर आंखों ही आंखों में इशारे कर रही थी कि मेरे होंठ को चूस लो और मैं भी देर ना करते हुए दीदी के होठों को चूसना शुरू कर दिया कुछ देर चूसने के बाद मैंने दीदी से बोला दीदी आप जाग रहे थे |
दीदी बोली हां मेरे नन्हे मुन्ने राजकुमार मैं जाग रही थी तेरी हरकतों को देख रही थी
अब मैंने दीदी को गले लगा लिया और उनके गले पर कंधे पर किस करने लगा मैंने उनकी नाइटी खोल दी |
जैसे ही उनकी नाईटी खुली तो उनका गोरा गोरा बदन और उनके बड़े-बड़े बूब्स मेरे सामने थे मेरे से कंट्रोल नहीं हो रहा था और मैं उनके एक बूब्स को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा |
दीदी बोली ना कर यार यह दूध बच्चे के लिए रहने दे |
मैंने कहा दीदी आज मुझे भी तो पीने दो आपका मीठा-मीठा दूध
मैंने दीदी की एक नहीं सुनी और उनके दूध को पीने लग गया|
कुछ देर तक मै दीदी के दूध को पिता रहा और फिर दीदी ने मुझे रोका और बोली की मुझे भी मोका दे कुछ पिने मई समझा नही और दीदी की तरफ देखने ;लग गया
दीदी बोली पागल मुझेज भी तो तेरा ये बड़ा सारा लंड चूसने दे
मैंने दीदी से कहा की अपने कब देखा था मेरा लंड ?
दीदी बोली जब तुन हिला कर सो गया था तो मैंने बच्चे को झूले में सुलाने के लिए उठी तो मैंने देखा की तेरा लंड बहर था और सोया हुआ काफी बड़ा लग रहा था तो मैंने सोचा की इसका लंड सोया हुआ इतना बड़ा है तो खड़ा तो मजा दे देगा |
इसलिए मैं अपने एक बूब्स को बाहर निकाल कर सो गयी थी |
मैंने दीदी से कहा की अगर मैं ना पेज लेता तो |
दीदी बोली तुन कोनसा दूर था मेरे से मैं खुद ही पकड लेती |
इतना कहते ही दीदी ने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया और सहलाने लगी |
दीदी उठी और मुझे भी उठा लिया और मुझे निचे खड़ा कर दिया और खुद पैरो के भर बैठ गई और निचे बैठ कर मेरे लंड को चूसने लग गई |सच बताऊं दोस्तों जिंदगी में पहली बार किसी लड़की ने मेरे लंड को अपने मुहं में लिया था सची में बहुत मजा आता है कभी आप भी चुसवा कर देखना और मुझे कमेंट जरुरु करना की कैसा फील हूँ था आपको उस टाइम |
दीदी मेरे पुरे लंड को अपने मुहं में ले रही थी और पुरे रूम में गच गच की आवाज आ रही थी और फिर
मैंने दीदी को कहा की चूसते ही रहोगे क्या या और कुछ भी करोगे |
तो दीदी के दम से खड़ी हुए और मेरे गले लग गई |
गले गले लगने के बाद हम दोनों बेड पर लेट गए और दीदी अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी और फिर मेरे सारे कपड़े खोल दिए खुद के कपड़े भी खोलकर और मुझे सीधा लिटा लिया |
मैंने देखा कि दीदी मेरे ऊपर आकर बैठ गई और अपनी गांड को थोड़ा सा ऊपर करके अपने एक हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत में सेट किया और एकदम से ऊपर बैठ गई जैसे ही मेरा लंड दीदी की चूत में गया तो मेरी एकदम से आंखें बंद होगी और मेरे मुंह से आहह… निकला|
अब दीदी भी अपने मुंह से आह्ह्ह… भाई और जोर से झटका मारो नीचे से और खुद भी उछल रही थी काफी देर बाद उछलने के बाद दीदी बोली की यार मैं थक गई हूं अब मैं नीचे लेटती हूँ और अपनी टांगें ऊपर कर लेती हूं अब तेरी बारी है|
मैने दीदी की टांगों को उठाकर अपने कंधों पर रखा और नीचे एक तकिया लगाकर दीदी की चूत में लंड सेट करके एक ही झटके में पूरा डाल दिया दीदी थोड़ा सा चलाई और बोली साले कमीने धीरे कर अभी काफी दिन हूं तेरे पास जितना जी कर उतनी चुत मार लेना |
ऐसे ही झटके मारने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था मैंने दीदी को कहा दीदी मेरा होने वाला है तो दीदी बोली कोई ना तेरी ही बहन हूं अंदर ही कर दे और वैसे भी अभी शादी हो चुकी है तो कोई डर नहीं तो मैंने कुछ देर जोर से झटका मारने के बाद अपना माल दीदी की चूत के अंदर ही छोड़ दिया|
अब हम कुछ देर बिना कपड़ों के ही लेटे रहे और मैं दीदी के बूब्स के साथ खेलता रहा खेलते खेलते अब मेरा लंड दोबारा से खड़ा हो गया और मैंने दीदी को कहा दीदी मूड बन गया है क्या करें?
दीदी बोली देख ले तेरी बहन हूं मन करता है तो कर ले!
मैंने दीदी को कहा कि दीदी अब एक राउंड क्यों न पीछे वाले खेत में लगाया जाए मैंने कभी भी किसी लड़की की गांड नहीं मारी है तो क्या मैं आपकी गांड मार सकता हूं दीदी बोली यार मैंने भी कभी अपनी गांड नहीं मरवाई है तो यार मैंने सुना है बहुत दर्द होगा मैंने दीदी को कहा कोई बात नहीं दीदी अपने घर की बात है धीरे-धीरे कर लेते |
अब मैंने दीदी को घोड़ी बनाया और पास में पड़ी तेल की शीशी से उनके गांड पर तेल लगाया और दो उंगलियों से थोड़ा सा तेल उनकी गांड के अंदर भी पेल दिया दीदी थोड़ा सा चिखी बोल क्या कर रहा है साले धीरे कर बहन हूँ तेरी
मैंने दीदी से कहा दीदी अभी तो उंगली ही गई है अभी तो मेरा 6 इंच का औजार बाहर पड़ा है|
दीदी बोली यार मुझे डर लग रहा है कहीं ऐसा ना हो कि सुबह घर का काम करने में दिक्कत हो जाए
मैंने कहा कोई बात नही दीदी मैं धीरे-धीरे करूंगा मैं थोड़ा सा तेल मैंने अपने लंड पर भी लगाया और एक कुछ देर उनके बूब्स को रगड़ता रहा |
मैंने एक जोर से झटके से अपना आधा लंड दीदी की गांड में पेल दिया जैसे ही मेरा लंड दीदी की गांड में गया दीदी एकदम से चिल्ला उठी तभी मैंने जल्दी से उनके मुंह पर हाथ रख लिया क्योंकि पास वाले कमरे में जीजा जी सो रहे थे अगर उन्हें इस खेल का पता चल जाता तो सारा काम खराब हो जाता !
दीदी की आंखों से आंसू आने लगे मैं कुछ देर रुका और फिर मैंने एक और जोर से झटका मार तो मेरा पूरा लंड दीदी की चूत में समा गया और मैं कुछ देर ऐसे ही दीदी के ऊपर लेटा रहा |
अब दीदी भी थोड़ा रिलैक्स हो गई और मैं भी अब अपना काम शुरू कर दिया और धीरे-धीरे झटके मारने लगा अब कुछ देर ऐसे ही चुदाई करने के बाद दीदी की गांड खुली हो चुकी थी और अब दीदी को भी मजा आने लगा और आगे से दीदी भी झटके मारने लगी|
दोस्तों बहन की चुदाई में सच में बहुत मजा आ रहा था और कुछ देर चुदाई करने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने अपना सारा पानी दीदी की गांड में ही निकाल दिया!
अब ऐसे करते-करते उसे रात चार बार चुदाई की जिसमें से दो बार मैंने दीदी की गांड मारी और दो बारी उनकी चूत की सवारी की और फिर मैं और दीदी दोनों सो गए क्योंकि रात के 2:00 बज चुके थे और सुबह दीदी को उठकर घर का काम भी करना होता था हम दोनों सुबह उठे, मैं थोड़ा लेट उठा दीदी घर का काम करना था तो उठ गई |
मैंने देखा कि दीदी को चलने में थोड़ा दिक्कत हो रही थी मैंने जानबूझकर जीजा जी के सामने पूछा दीदी क्या हुआ?
दीदी बोली यार कुछ नहीं सुबह नहा रही थी तो बाथरूम में पैर फिसल गया था इसी वजह से मेरे पैर में दर्द हो रहा है जीजा जी बोले चलो डॉक्टर को दिखाते हैं |
दीदी बोली नहीं ऐसी कोई बात नहीं है बस थोड़ा सा दर्द है सही हो जाएगा तो मैंने दीदी को कहा लाओ दीदी मैं थोड़ा मालिश कर देता हूं फिर जीजा जी अपने ऑफिस चले गए और मैं मालिश के बहाने उनकी एक बार फिर गांड की मालिश कर दी इसी तरह मैं दीदी के घर लगभग 12 से 13 दिन रहा तो हम दोनों रोज ही रात को एक साथ सोते और दिन में भी हम साथ ही रहते तो इस चुदाई के सफर में मुझे बहुत मजा आया |
तो दोस्तों अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले
और अगली कहानी में मैं बताऊंगा कि मेरी छोटी सिस्टर भी एक बार मेरी चपेट में आ गई और मैंने भी उसकी चूत और गांड की चुदाई कर दी थी !
Umesh Raj ka Kolkata knight and day after