बीवी से झूठ बोलकर साली की चुदाई

हॉट साली की चुदाई की कहानी में एक दिन मेरी बीवी की बहन हमारे घर आई और मैं उसे देखकर मोहित हो गया
उसके बड़े-बड़े बूब्स देखकर भगवान से दुआ मांगने लगा कि
एक बार इसकी चुत मिल जाए फिर क्या मुझे उसकी चुदाई करने का मौका मिला..

आज की जीजा साली सेक्स स्टोरी में मेरा नाम दिलराज सिंह है
मैं पंजाब का रहने वाला हूं
मेरी उम्र 30 साल की है
मैं शादीशुदा हूं और मेरी पत्नी का नाम किरण दीप कौर है.

सब कुछ सही चल रहा था
एक दिन मेरी बीवी के पास मेरी सासू मां का कॉल आया कि
तुम्हारी मौसी की लड़की आई है और वह तुमसे मिलने के लिए आ रही है.

किरण ने मुझे कहा कि मेरी मौसी की लड़की मेरी बहन मुझसे मिलने के लिए आ रही है
तो तुम अमृतसर बस स्टैंड से उसे ले आना.

दोस्तों मेरा गांव अमृतसर बस स्टैंड के बिल्कुल पास में यानी चार किलोमीटर दूर है.

दूसरे दिन उसका कॉल आता है और मैं उसे बस स्टैंड पर लेने चला जाता हूं.

कुछ देर बात है मेरे पास है मेरी साली का कॉल आता है औरबोली जीजू आप कहां हो मैंने उसे कहा मैं यही बाइक पर हूं.

जब वह मेरे पास आई तो मैंने देखा कि यार क्या हूर की पारी थी
मैं तो उसे देखा ही रह गया एकदम गोरी चिट्टी और छोटे-छोटे जींस पहनी हुई ऊपर टीशर्ट पहनी हुई और टीशर्ट में उसके 34 साइज के उसके बड़े-बड़े बूब्स.

मैं उसको देखते ही रह गया और उसी में खो गया मेरी साली ने मुझे एक हिलाया और कहा जीजू कहां खो गए.

मैंने कहा बस कहीं नहीं तुम्हें ही देख रहा था.

मेरी साली बोली अभी तो मैं घर पर भी नहीं पहुंची पहले ही ट्राई करने लगे.

मेरी साली शहर में रहती थी और वह पढ़ी-लिखी थी ऐसी बातें उसके लिए नॉर्मल थी.

हम दोनों घर पहुंचे और बातें की और फिर वह हमारे यहां दो दिन रुकी.

2 दिन तक मैं उसे सिर्फ देखता ही रहा और उसको देख कर मन में भगवान से दुआ करता था कि हे भगवान मुझे इसकी चुत एक बार दिल दे और मुझे कुछ नहीं चाहिए.

वह कहते हैं ना कि भगवान सच्चे मन से जो भी मांगा जाए वह मिल ही जाता है.

अभी तक मेरा और मेरी शादी प्रीत (बदला हुआ नाम) के बीच कुछ नहीं हुआ था.
अब चौथे दिन मेरी बीवी ने कहा कि इसे अब गांव जाना है तो इसे तुम बस स्टैंड छोड़ आओ.
मुझे पता चला कि उसका गांव यहां से सिर्फ ही 20 किलोमीटर दूर है.

मैंने कहा: बस स्टैंड छोड़ने की क्या जरूरत है मैं वैसे ही बाइक पर छोड़ आता हूं इनको घर पर.

मेरी बीवी ने कहा चलो ठीक है जैसा तो मैं अच्छा लगे वैसा कर लो.

मैं साली जी को लेकर और उसके घर छोड़ने चला गया वहां जाकर उसने मुझे चाय के लिए पूछा पर मैं थोड़ा काम के लिए लेट हो रहा था तो मैंने कहा फिर कभी पीते हैं.

प्रीति ने मुझे कहा कि घर पहुंच के फोन कर देना.
मैंने कहा मेरे पास तुम्हारा नंबर नहीं है मैं फोन कैसे करूंगा.
उसने मेरा फोन दिया और अपना नंबर लगाकर मिस कॉल दे दिया.

मैं घर पहुंच कर अपनी बीवी से कहा कि प्रीत को फोन कर दो मैं घर पहुंच गया हूं और उससे भी पूछ लो.

मेरी बीवी ने प्रीत को फोन किया और बोल दिया कि तुम्हारे जीजू घर पर पहुंच गए हैं और तुम भी सही सलामत पहुंच गई थी ना.

प्रीत ने कहा जी दीदी मैं सही पहुंच गई थी.

दूसरे दिन मुझे कॉल आता है और मैं कॉल उठाया.
प्रीत ने कहा कैसे हो जिजु.
मैं उसकी आवाज पहचान के और मैंने कहा प्रीत.

प्रीत ने कहा क्या बात है जीजू अभी तक नंबर सेव नहीं की अपनी साली का.

मैंने कहा सॉरी भूल गया था मुझे क्या पता था कि तुम कॉल करोगी मैं तो सोचा बस ऐसे ही नंबर लिया होगा.

इस तरह हमारी बात होने लग गई पांच से 6 दिन बाद है प्रीत का कॉल आता है कि जो तुम हमारे घर पर आ सकते हो मुझे काम है.

घर पर मैंने अपनी बीवी से झूठ बोला कि मुझे किसी काम से बठिंडा जाना है तो शाम तक आऊंगा और शायद नाम याद पाऊं तो मैं तुम्हें कॉल कर दूंगा.

दोस्तों मैं प्रीत के बारे में बताना भूल गया प्रीत की शादी एक एनआरआई लड़के के साथ हुई है और उसकी सास ससुर कोई नहीं है वह अकेली ही रहती है और उसका अभी तक कोई बच्चा भी नहीं है उसका पति बाहर कनाडा गया हुआ है तो लगभग 6 महीने के बाद घर पर आता है.

मैं उसके घर चला गया मैं जाकर पूछ क्या काम था साली साहिबा.
उसने पूछा जीजू थोड़ा शॉपिंग करना था तो अकेली मैं जा नहीं सकती थी क्योंकि आपको पता है कि आजकल का जमाना कैसा है.

हम बाजार के सामान खरीदा और वापस आ गए.
मैंने उसे कर चलो ठीक है मैं चलता हूं.
प्रीत बोली जीजू आपने अभी तक तो कुछ लिया नहीं.
मैं कुछ समझ नहीं मैंने कहा क्या नहीं किया.
उसने एकदम से बात बदलते हो क्या चाय नाश्ता.
मैंने कहा कोई ऐसी कोई बात नहीं है बाद में कभी.
फिर वो जिद करने लगी मैं उसके घर के अंदर चला गया और उसकी चाय लेकर आई.

मैंने उसे कहा मैं चाय नहीं पीता दूध पीता हूं.

उसने कहा ठीक है जी जो मैं दूध लेकर आती हूं.
मैंने कहा मुझे तुम्हारा दूध पीना है.

प्रीत बोली जीजू यह क्या कह रहे हो आपके पास दीदी है तो सही दूध पिलाने के लिए जो आपको मेरा दूध पीना है.
मैंने कहा तुम्हारी दीदी के बहुत छोटे हैं और तुम्हारे इतने बड़े-बड़े हैं मेरा मन कर रहा है कि मैं तुम्हारा दूध पियूं.

और प्रीत कुछ नहीं बोली तो मैं समझा कि उसकी हां है और मैं खड़ा हुआ और उसे एकदम से किस करने लग गया मेरे होंठ और अब उसके होंठ है एक दूसरे के साथ चिपक गए थे और मन से बहुत बुरी तरह से किस करने लग गया.

कुछ देर तो प्रीत मुझे छूटने के लिए छटपटा आती रही फिर मेरा साथ देने लग गई और वह भी मुझे बड़े मजे से किस करने लग गई उसने कहा जीजू मुझे भी यही कुछ करना था इसीलिए मैंने आपको बुलाया था.

मैंने कहा मैं समझ गया था इसलिए मैं पहले ही मेडिकल से कंडोम लेकर आया हूं.

प्रीत बोली बड़े तेज हो जिजु यानी घर से चले तभी मन में ठंड दिया था कि आज तो शाली की चुदाई करके ही वापस आऊंगा.

दोस्तों आज की साली की चुदाई की कहानी में मैंने उसे उठाकर उसके बेडरूम में ले गया और उसे कहा अपने कपड़े खोलो मेरे से रहा नहीं जा रहा है मैं तुम्हारे दूध पीना चाहता हूं और तुम्हारी चूत चाटना चाहता हूं..

उसने कहा चूत चाटना चाहते हो मतलब क्या है तुम्हारा

क्योंकि दोस्तों उसने कभी अपनी चुत नहीं चटवाई थी तो मैंने उसे बेड पर लेताया उसकी टांगें चोरी की और उसकी चूत पर अपना मुंह रख दिया.

अब मैं बड़ी मजे से उसकी चूत में चुत के दाने को खा रहा था मैं जब ऐसा कर रहा था तुझको बहुत मजा आ रहा था बोली जीजू यह आपने कहां से सीखा मेरे पति ने तो आज तक ऐसा कुछ नहीं किया है.

मैंने कहा बस चुप हो जो हो रहा है वह देखते रहो मैं बड़ी मजे से काफी देर तक उसके चूत को चाटता रहा अब कुछ ही देर में उसका शरीर अकड़ने लगा और वह झड़ गई मैं उसके चूत के रस को पी गया.

अब मैं खड़ा हुआ और अपने लंड को बाहर निकला उसने जैसे ही मेरे लंड को देखा तो वह बोले जीजू आपका तो बहुत बड़ा है मेरे पति का तो इसे आधा ही है.

मैंने कहा ऐसी बात है क्या मैंने उसे उठाया और नीचे बिठा दिया और उसके मुंह के आगे लंड कर दिया और उसके मुंह में लंड पेल दिया.
उसने कुछ नहीं बोला और बड़े मजे से मेरे लंड को चूस रही थी काफी देर तक लैंड चूसने के बाद मैंने कहा मेरा निकलने वाला है.

और मैंने उसके मुंह से अपने लंड को निकाला और उसके बूब्स पर अपना माल निकाल दिया.

अब उसने मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया.
अब हम दोनों ऐसे ही लेट गए नंगे ही और फिर वह मेरे लंड के साथ खेलती खेलती में लंड को दोबारा से खड़ा कर दिया.

अब मैं उसकी टांगों को उठाया और अपने कंधे पर रखा और अपने लंड पर थूक लगाकर एक ही झटके में आधे से ज्यादा लंड को उसकी चूत में उतार दिया

जैसे ही मेरा 6 इंच लंबा और ढाई इंच चौड़ा लंड उसकी चूत में गया तो एकदम से चिल्ला उठी.

और फिर मैं कुछ देर रुका और थोड़ी ही देर में मैंने एक धक्का मारा और अपने लंड को जड़ तक उसकी चूत में पेल दिया.

अबकी बार वह जोर से चला और उसकी आंखों से आंसू लगे बोली जीजू आपका बहुत बड़ा है मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया आपने तो एक ही बार में.

मैंने कहा अभी कुछ तो कुछ हुआ ही नहीं है अभी बहुत कुछ बाकी है और मैं आप अपनी चुदाई को झटका करने लग गया.

मेरी स्पीड अब बढ़ने लगी और उधर प्रीत की सिसकारियां निकलने लगी.
आह जीजू मजा आ रहा है और जोर से ऐसे ही चोदते रहो जीजू फाड़ दो मेरी चूत को चार महीने हो गए किसी ने किसी का लंड नहीं गया है और जोर से हुई मर गई मम्मी…..उई आह…

फिर करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं अपने लंड का माल उसकी चूत में छोड़ दिया और उसके पास में लेट गया और उसको किस करने लगा उसके बूब्स को चूसने लगा.

करीब आधे घंटे बाद है मेरा लैंड फिर से खड़ा हो गया अब हम 69 के पोजीशन में आ गए और एक दूसरे के अंगों को चूसने लगा गए

करीब 10 मिनट तक हम दोनों एक दूसरे के अंगों को चूसते रहे और अब मैं उसे बेड से नीचे उतर कर डॉगी स्टाइल में कर लिया और उसकी चूत पर थोड़ा सा थूक लगाकर उसकी चूत में लंड पेल दिया और दमदार चुदाई करने लग गया.

मैं उसे चोदता रहा चोदता रहा और आधे घंटे तक चोदता रहा.
आप प्रीत को चलने में दिक्कत हो रही थी वह बोली जीजू आज हुई है मेरी असली सुहागरात आज तक मैं इतना बड़ा लंड कभी नहीं लिया है और ना ही कभी देखा है.

जीजू आज के बाद तुम ही मेरे पति हो

दोस्तों साली की चुदाई की कहानी में मैंने उसे दिन प्रीत की चार बार चुदाई की और फिर मैं अपने घर पर वापस आ गया.

अब हर 5 दिन के बाद में प्रीत के घर जाता और उसकी जमकर चुदाई करता.

यह सिलसिला हमारा अभी तक चल रहा है दोस्तों यह मेरी सच्ची कहानी है और आपको यह मेरी कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और कमेंट करके जरूर बताएं……………..